अपनी स्थापना के 87 साल बाद पूर्व छात्रों का मिलन समारोह
कॉलेज से जुड़ी अपनी यादें साझा की
रायपुर। बहुत सारी नामी-गिरामी शिक्षण संस्थाओं में पूर्व छात्रों जिसमें किसी बैच विशेष या संकाय, क्लास विशेष के छात्र-छात्राओं का मिलन समारोह जिसे एल्युमनी मीट भी कहा जाता है, आयोजित करने की परंपरा बढ़ी है किंतु सोशल मीडिया के इस दौर में लोग दूर रहकर भी एक दूसरे और विशेष करके अपने बैच के, क्लास के लोगों से जुड़े रहना चाहते हैं। रायपुर के सबसे पुराने छत्तीसगढ़ कॉलेज जिसकी स्थापना 1938 में श्री जे योगानन्दम ने की थी, इस कालेज ने अपनी स्थापना के 87 साल बाद पूर्व छात्रों का मिलन समारोह आयोजित किया। इसमें शासन के उस आदेश का भी पालन छिपा है जिसमें राज्य के रजत जयंती वर्ष में जिन कॉलेजों के स्थापना के 25 या उससे अधिक साल हो गये हैं उन्हें एलुमनी मीट मनाने कहा गया है।
इस एल्युमनी मीट कार्यक्रम में मुख्य अतिथि वित्त मंत्री ओपी चौधरी, अध्यक्षता सांसद विजय बघेल, अति विशिष्ट अतिथि विधायक धरसींवा अनुज शर्मा के अलावा विशिष्ट अतिथि में वरिष्ठ समाजसेवी व उद्योगपति राजेश अग्रवाल मौजूद रहे।

छत्तीसगढ़ कॉलेज में यह पहल यहां के वर्तमान प्राचार्य डॉ. तपेश चंद्र गुप्ता और छात्र नेता रहे मृत्युंजय दुबे जो एल्युमनी समिति के अध्यक्ष हैं, के प्रयासों से संभव हुआ। छत्तीसगढ़ कॉलेज से ना जाने इतने सालों में कितने नामचीन लोग पढ़कर निकले होंगे। कुछ रायपुर या आसपास जहां से वे यहां पढऩे आये थे वहां वापस होकर अपनी रोज़ी रोजगार में लगे होंगे। कुछ लोग बेहतर अवसर की तलाश में बाहर जाकर वहीं के रहवासी बन गये होंगे। बहरहाल, यह पहल बहुत ही सराहनीय है। इस एल्युमनी के गवाह बनने यहां के पूर्व छात्र फि़ल्म अभिनेता, विधायक अनुज शर्मा, उद्योगपति और समाजसेवी राजेश अग्रवाल के साथ छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी, सांसद विजय बघेल, पूर्व महापौर डॉ. किरणमयी नायक, प्रमोद दुबे पूर्व छात्र संघ अध्यक्ष अंजय शुक्ला, अनिल दुबे सहित बड़ी संख्या में पूर्व छात्र छात्राएं उपस्थित थे। इस अवसर पर अतिथि वक्ताओं ने अपने संबोधन में छत्तीसगढ़ कॉलेज से जुड़ी अपनी यादें साझा की।