रायपुर। छत्तीसगढ़ के शिक्षा मंत्री गजेंद्र यादव गुरुवार को पूरी तरह से एक्शन मोड में नजर आए। गुजरात दौरे से लौटने के बाद उन्होंने मंत्रालय में शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक ली। इस बैठक में उन्होंने विभाग के कई वरिष्ठ अधिकारियों की क्लास ली और मंत्रालय से जारी आदेशों का पालन न करने पर कड़ी नाराजगी जताई।

मंत्री गजेंद्र यादव ने साफ कहा कि खानापूर्ति अब बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने निर्देश दिया कि मंत्रालय से जो आदेश जारी किए गए हैं, उनका पालन हर हाल में होना चाहिए। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि लापरवाही या मनमानी करने वालों पर तत्काल सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बैठक में मंत्री ने खासतौर पर उन बाबुओं और अधिकारियों का मुद्दा उठाया जो वर्षों से DEO और BEO कार्यालयों में जमे हुए हैं। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिया कि ऐसे कर्मचारियों और अधिकारियों को तुरंत हटाकर उनका प्रभार बदला जाए, ताकि विभाग में पारदर्शिता और जवाबदेही सुनिश्चित की जा सके। लंबे समय से एक ही पद पर जमे रहने की वजह से विभागीय कार्यों पर असर पड़ता है और गड़बड़ियों की संभावना भी बढ़ती है।
यही नहीं, मंत्री गजेंद्र यादव ने मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) के खिलाफ कार्रवाई के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि ऐसे अधिकारियों को नोटिस जारी कर जवाब-तलब किया जाए जो आदेशों की अनदेखी कर रहे हैं।
बैठक में मौजूद सभी अधिकारियों को मंत्री ने दो टूक कहा कि आदेशों की अनदेखी करना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली को दुरुस्त करना ही उनकी प्राथमिकता है और इसके लिए जरूरी कदम बिना देर किए उठाए जाएंगे।
गुजरात से लौटकर जब मंत्री ने विभाग की समीक्षा की, तब यह भी साफ किया कि सिर्फ फाइलों पर खानापूर्ति दिखाकर सरकार को भ्रमित करने का दौर अब खत्म हो चुका है। अगर विभागीय स्तर पर सुधार नहीं किया गया, तो सीधे जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।
शिक्षा मंत्री का यह सख्त रुख विभाग में बड़ा संदेश देता है कि अब काम में लापरवाही या आदेशों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। आने वाले दिनों में विभाग में बड़े पैमाने पर फेरबदल और तबादलों की संभावना जताई जा रही है।