भुवनेश्वर/नई दिल्ली। भारत की इलेक्ट्रिक व्हीकल इंडस्ट्री ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर निर्माता सिंपल एनर्जी ने देश की पहली HRE-फ्री मोटर का कमर्शियल प्रोडक्शन शुरू कर दिया है। इसके साथ ही इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए जरूरी हेवी रेयर अर्थ (HRE) मैग्नेट्स पर निर्भरता खत्म हो गई है। कंपनी की इन-हाउस R&D टीम ने स्वदेशी टेक्नोलॉजी से यह मोटर विकसित की है, जो भारत की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी को नया आयाम देगी।
HRE मैग्नेट्स और उनकी चुनौती
HRE मैग्नेट्स का उपयोग इलेक्ट्रिक वाहनों की मोटरों में अधिक पावर और कॉम्पैक्ट डिजाइन के लिए किया जाता है। हालांकि, अप्रैल 2025 में चीन द्वारा इनके निर्यात पर रोक के बाद वैश्विक ऑटो इंडस्ट्री को भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ा।
सिंपल एनर्जी का नवाचार
सिंपल एनर्जी ने अपनी इन-हाउस टेक्नोलॉजी से HRE-फ्री मोटर विकसित की है। इस मोटर की खासियतें:
- विशेष कंपाउंड्स का उपयोग, जो HRE मैग्नेट्स की जगह लेते हैं।
- मोटर की हीट और टॉर्क को रियल-टाइम में मैनेज करने के लिए स्वदेशी एल्गोरिदम।
कंपनी के CEO सुहास राजकुमार ने कहा, “भविष्य की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी इम्पोर्ट्स पर निर्भर नहीं रह सकती। ‘मेक इन इंडिया’ और लोकलाइजेशन अब अनिवार्य है।” कंपनी अपनी सप्लाई चेन का 95% हिस्सा लोकल स्तर पर मैनेज कर रही है।
सिंपल एनर्जी का सफर
- 2019 में स्थापित, कंपनी तेजी से प्रगति कर रही है।
- तमिलनाडु के होसुर में 2 लाख वर्ग फीट का मैन्युफैक्चरिंग प्लांट।
- वर्तमान में Simple ONE Gen 1.5 (248 km) और Simple OneS (181 km) स्कूटर्स की बिक्री।
- $41 मिलियन की फंडिंग जुटाई।
- 2026-27 में $350 मिलियन का IPO लाने की योजना।
- देशभर में 150 नए शोरूम और 200 सर्विस सेंटर खोलने का लक्ष्य।
आत्मनिर्भर भारत की दिशा में कदम
सिंपल एनर्जी का यह कदम न केवल चीन पर निर्भरता कम करेगा, बल्कि स्वदेशी R&D और ‘मेक इन इंडिया’ पहल के जरिए भारत की इलेक्ट्रिक वाहन इंडस्ट्री को नई ऊंचाइयों तक ले जाएगा।