इस वर्ष दोगुनी और अगले वर्ष तीन गुनी होगी पुरस्कार राशि – ओजोन संरक्षण दिवस पर पोस्टर और इन्वायरोथान प्रतियोगिता का आयोजन
रायपुर, 16 सितंबर 2025।अंतर्राष्ट्रीय ओजोन परत संरक्षण दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल द्वारा राजधानी रायपुर के सिविल लाइंस स्थित नवीन विश्राम गृह में पोस्टर एवं इन्वायरोथान प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वित्त, वाणिज्य कर, आवास एवं पर्यावरण तथा योजना एवं सांख्यिकी विभाग के मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी रहे।

अपने संबोधन में मंत्री श्री चौधरी ने कहा कि ओजोन परत का संरक्षण केवल पर्यावरण की चिंता नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के सुरक्षित भविष्य, स्वास्थ्य और जीवन के लिए अनिवार्य है। उन्होंने कहा, “पर्यावरण सबके लिए समान है — अमीर, गरीब, विद्वान या साधारण व्यक्ति — और इसकी रक्षा की जिम्मेदारी भी हम सबकी है।”

उन्होंने भारतीय परंपराओं का उदाहरण देते हुए कहा कि पीपल, आंवला नवमी, गोवर्धन पूजा जैसे पर्व पर्यावरण संरक्षण की मिसाल हैं। इसके विपरीत पश्चिमी देशों का संसाधनों के अंधाधुंध दोहन पर आधारित विकास मॉडल टिकाऊ नहीं है। जलवायु परिवर्तन जैसी वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए सस्टेनेबल डेवलपमेंट पर ध्यान देना आवश्यक है।
मंत्री श्री चौधरी ने सभी नागरिकों से अपील की कि वे ओजोन क्षरण पदार्थों का उपयोग न करें और पर्यावरण संरक्षण को व्यक्तिगत जिम्मेदारी मानते हुए समाज में जागरूकता फैलाएँ।
शिक्षा में नए आयाम – तकनीकी और शोध के अवसर
कार्यक्रम में मंत्री ने छत्तीसगढ़ में शिक्षा के क्षेत्र में हो रहे नवाचारों पर भी प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि नया रायपुर में राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय (एनएफएसयू) और राष्ट्रीय फैशन प्रौद्योगिकी संस्थान (एनआईएफटी) के कैंपस खुल रहे हैं। इसके साथ ही राष्ट्रीय इलेक्ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी संस्थान (निलेट) का स्थायी केंद्र भी छत्तीसगढ़ में स्थापित किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास अब समय की आवश्यकता है। साथ ही अजीज प्रेम जी स्कॉलरशिप योजना के तहत शासकीय स्कूलों से 10वीं-12वीं पास कर चुके जरूरतमंद विद्यार्थियों को प्रति वर्ष ₹30,000 की छात्रवृत्ति दी जाएगी।
प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया
ओजोन परत संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए आयोजित पोस्टर प्रतियोगिता “जलवायु परिवर्तन के कारण एवं निदान तथा ओजोन परत संरक्षण – मॉन्ट्रियल प्रोटोकॉल” में लगभग 550 विद्यार्थियों ने भाग लिया। वहीं इन्वायरोथान प्रतियोगिता “वेस्ट टू वेल्थ” में लगभग 350 प्रतिभागियों ने हिस्सा लिया।
पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम स्थान –
✔ 12-17 वर्ष वर्ग: कु. नेहा कोसले, बी.पी. पुजारी स्कूल, रायपुर
✔ 18-22 वर्ष वर्ग: श्री रोहित कुमार साहू, शास. नागार्जुन विज्ञान महाविद्यालय, रायपुर
✔ दिव्यांग वर्ग: श्री अनमोल पटले, शा. दिव्यांग महाविद्यालय, माना, रायपुर
इन्वायरोथान प्रतियोगिता में प्रथम स्थान –
✔ 12वीं तक वर्ग: श्री स्वर्णिम कुंज, राज कुमार कॉलेज (ए.आर.बी. ग्रुप)
✔ स्नातक वर्ग: कु. अनुष्का एक्का, आईआईआईटी नवा रायपुर
✔ स्नातकोत्तर वर्ग: श्री निखिल कसेर, गुरु घासीदास विश्वविद्यालय
मंत्री श्री चौधरी ने विजेताओं को पुरस्कार वितरित करते हुए घोषणा की कि इस वर्ष पुरस्कार राशि को दोगुना और अगले वर्ष इसे तीन गुना किया जाएगा। साथ ही सभी छात्र-छात्राओं से ओजोन संरक्षण के लिए शपथ भी दिलाई गई।
कार्यक्रम में प्रमुख सहभागिता
कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल के सदस्य सचिव श्री राजिव अगसिमनि सहित बड़ी संख्या में स्कूली और महाविद्यालयीन छात्र-छात्राएं, अभिभावक, शिक्षकगण तथा विभागीय अधिकारी मौजूद रहे।
इस आयोजन ने पर्यावरण संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के साथ-साथ विद्यार्थियों में रचनात्मकता और वैज्ञानिक दृष्टिकोण विकसित करने का महत्वपूर्ण प्रयास किया।