(Postal Order) जरूरत मंद को आसानी से पोस्टर आर्डर मिले या कभी भी उग्र आंदोलन करने की आशंका
(Postal Order) सक्ती सबसे अधिक मांग 10 रूपये के पोस्टल ऑर्डर की रहती है। किसी भी डाकघर में यह नहीं मिल रहा है। युवाओं को नौकरी से संबंधित आवेदन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
(Postal Order) सक्ती। जिले के डाकघर में पिछले तीन माह से पोस्टल आर्डर नहीं मिल रहे हैं। इसके लिए लोग भटक रहे हैं। लोग काउंटर पर लाइन लगते हैं लेकिन काउंटर खुलने पर पता चलता है कि 10 एवं 50 रूपये का पोस्टल आर्डर नहीं हैं। इसके बाद लोग मायूस होकर लौट जाते हैं तो कई 20 रूपये का पोस्टल ऑर्डर लेते हैं।
(Postal Order) पोस्ट ऑफिस रोज आने जाने वाले लोग एक दूसरे से कहते हैं भाई जब 10 एवं 50 रूपये का पोस्टल ऑर्डर मिले तो फोन कर बता देना। जिले में पोस्टल आर्डर की रोजाना खपत लगभग एक लाख रुपये से अधिक की है। इसका इस्तेमाल भारतीय मुद्रा के रूप में होता है। सबसे अधिक मांग 10 रूपये के पोस्टल ऑर्डर की रहती है, लेकिन किसी भी डाकघर में यह नहीं मिल रहा है। इसके अभाव में आरटीआइ कार्यकर्ताओं, युवाओं को रेलवे व अन्य विभागों में नौकरी से संबंधित आवेदन में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
(Postal Order) वहीं डाकघर में केवल 20 रूपये के पोस्टल ऑर्डर मिल रहे हैं जिसकी जरूरत अमूमन कम ही लोगों को होती है। मुख्य डाकघर समेत अन्य उपडाकघरों में लोगों को पोस्टल आर्डर के लिए रोज भटकते देखा जा सकता है।
बंद हो गई है पोस्टल आर्डर छपाई
विभागीय सुत्रों की माने तो पोस्टल आर्डर की छपाई टेंडर के माध्यम से होती है। ऐसा कहा जा रहा है कि छपाई में विलंब होने या टेंडर खत्म होने के चलते पोस्टल आर्डर नहीं आ पा रहे हैं। जिले के करीब तीन दर्जन डाकघरों में तीन महीने से 10 एवं 50 रूपये के पोस्टल आर्डर की किल्लत है लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों को इससे कोई फर्क नहीं पड़ रहा है।
10 एवं 50ब रूपये का पोस्टल ऑर्डर पिछले तीन महीने से नहीं आ रहा है। इसकी लगातार मांग की जा रही है। बावजूद इसके अभी तक 10 एवं 50 रूपये का पोस्टल ऑर्डर विभाग को प्राप्त नहीं हो पा रहा है।
वर्जन
10 एवं 50 रूपये का पोस्टल ऑर्डर पिछले तीन महीने से नहीं आ रहा है। इसकी लगातार मांग की जा रही है। बावजूद इसके अभी तक 10 एवं 50 रूपये का पोस्टल ऑर्डर विभाग को प्राप्त नहीं हो पा रहा है।
आर एस साहू, डाकपाल,सक्ती