रायपुर, 15 सितंबर 2025 – छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. वर्णिका शर्मा ने प्रदेश में नगरीय क्षेत्रों में बच्चों के खेल मैदानों की कमी को लेकर गंभीर चिंता जताई है। उन्होंने सभी कलेक्टर, नगर निगम आयुक्त और नगर पालिका अधिकारियों को पत्र लिखकर कहा कि खुले मैदानों का व्यवसायिक उपयोग बच्चों के लिए खेल के अवसरों को कम कर रहा है।

डॉ. शर्मा ने कहा कि मोबाइल की लत बच्चों में तेजी से बढ़ रही है, जिसका समाधान उन्हें खुले मैदानों में खेल के अवसर उपलब्ध कराना है। उन्होंने अनुशंसा की कि स्कूलों से जुड़े मैदानों या अन्य खुले क्षेत्रों का उपयोग व्यावसायिक गतिविधियों जैसे चौपाटी आदि के लिए न किया जाए और उन्हें बच्चों के लिए सुरक्षित रखा जाए।
आयोग ने यह भी कहा कि उपलब्ध धनराशि से बहुआयामी खेल सुविधाएं विकसित की जाएं ताकि बच्चों के खेल प्रतिभा को बढ़ावा मिल सके। हर 1 किलोमीटर के दायरे में खेल मैदान और इंडोर खेल परिसर उपलब्ध कराने की योजना बनाई जाए।
नवीन आवासीय कॉलोनियों में खेल मैदान का निर्माण अनिवार्य किया जाए और अतिक्रमण पाए जाने पर तत्काल हटाकर स्वच्छ मैदान उपलब्ध कराया जाए। डॉ. शर्मा ने अधिकारियों से अनुशंसा पर शीघ्र कार्रवाई कर आयोग को रिपोर्ट सौंपने की अपील की है।