राजधानी रायपुर में न्यूड पार्टी इवेंट का पोस्टर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद सियासी हलचल तेज हो गई है। इंस्टाग्राम पर साझा किए गए पोस्टर में बिना कपड़ों के युवाओं को पार्टी में शामिल होने का आमंत्रण दिया गया था। इस आपत्तिजनक आयोजन को लेकर कांग्रेस ने भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट किया। कांग्रेस ने इसे समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि शहर में इस तरह की पार्टी की अनुमति देना भाजपा की “नग्नता” को उजागर करता है। कांग्रेस ने इसे सांस्कृतिक और नैतिक पतन से जोड़ते हुए सरकार की जिम्मेदारी पर सवाल उठाए हैं।

वहीं, इस विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कांग्रेस पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि देश ऋषियों, मुनियों और संतों की परंपरा वाला है और ऐसे आयोजनों का कोई स्थान नहीं है। युवाओं को समझना चाहिए कि समाज की मर्यादा बनाए रखना जरूरी है। मंत्री ने कहा, “ऐसे आयोजन नहीं होने चाहिए और किसी को इस बारे में सोचना भी नहीं चाहिए। कांग्रेस हर मुद्दे पर राजनीति करती है। उन्हें दलगत राजनीति से ऊपर उठकर ऐसे आयोजनों को रोकने का प्रयास करना चाहिए।”
इसके साथ ही मंत्री ने कांग्रेस के ‘वोट चोर – गद्दी छोड़’ अभियान पर भी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा, “राहुल गांधी पहले भी देश भर में भ्रम फैलाकर लोगों को ठग चुके हैं। जहां-जहां उनके चरण पड़े, वहां सरकार गिर गई। सचिन पायलट भी प्रयास कर लें, लेकिन छत्तीसगढ़ में कांग्रेस का त्रिकोणीय प्रभाव क्षेत्र इतना मजबूत है कि उनसे कुछ नहीं होने वाला। राजस्थान में पायलट की जहाज खुद डूब गई है।”
इसके अतिरिक्त एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल पर भी मंत्री ने बयान दिया। उन्होंने कर्मचारियों से हड़ताल समाप्त कर सोमवार से काम पर लौटने की अपील करते हुए कहा कि उनकी ज्यादातर मांगें स्वीकार कर ली गई हैं। “हम सरकार से पत्राचार कर आगे भी समाधान निकालेंगे,” उन्होंने भरोसा जताया। एनएचएम कर्मचारियों की हड़ताल 18 अगस्त से चल रही है और अब 25 दिनों से अधिक समय हो चुका है।
इस पूरे घटनाक्रम ने एक बार फिर राजनीति, समाज और नैतिकता के मुद्दों पर बहस छेड़ दी है। राजधानी में वायरल हो रहे पोस्टर ने सियासी दलों को आमने-सामने ला खड़ा किया है। अब देखना होगा कि प्रशासन और समाज मिलकर इस तरह की गतिविधियों पर किस तरह नियंत्रण स्थापित करते हैं।