नई दिल्ली। 11 सितंबर का दिन कई महत्वपूर्ण स्मृतियों से जुड़ा है। 1893 में स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में विश्वबंधुत्व का संदेश दिया, वहीं 2001 में 9/11 के आतंकवादी हमले ने विश्वबंधुत्व को सबसे बड़ी चोट पहुंचाई। इसी दिन संघ परिवार के परम पूजनीय सरसंघचालक मोहन भागवत का 75वां जन्मदिवस भी है, जिन्होंने वसुधैव कुटुंबकम के आदर्श पर चलते हुए समाज में समता, समरसता और बंधुत्व की भावना को सशक्त करने में अपना जीवन समर्पित किया है।
भागवत जी ने 1970 के दशक में प्रचारक के रूप में कार्य शुरू किया और इमरजेंसी के दौरान देशभक्ति की मिसाल पेश की। महाराष्ट्र, बिहार समेत कई ग्रामीण इलाकों में उन्होंने समाज सेवा की। 2000 में सरकार्यवाह बने और 2009 से सरसंघचालक के रूप में संघ का नेतृत्व कर रहे हैं।
उनका जीवन त्याग, उद्देश्य की स्पष्टता और देशभक्ति का उदाहरण है। इस वर्ष संघ अपना शताब्दी वर्ष भी मना रहा है। मोहन भागवत जी को दीर्घायु और उत्तम स्वास्थ्य की कामनाएं दी जा रही हैं।