राजधानी रायपुर के लाखे नगर चौक स्थित पलक झपकाने वाले भगवान गणेश की प्रतिमा का पंडाल एक बार फिर श्रद्धालुओं के लिए खोल दिया गया है। अश्लील गाने बजाए जाने और उस पर डांस किए जाने के विवाद के बाद पंडाल को बंद करा दिया गया था। लेकिन बुधवार, 5 सितंबर की देर रात 11 बजे पंडाल के पर्दे हटाए गए और श्रद्धालुओं को दर्शन की अनुमति दी गई।

इस मौके पर सांसद बृजमोहन अग्रवाल भी पहुंचे और भगवान गणेश की पूजा-अर्चना की। समिति ने बताया कि अब से हर दिन शाम 5 बजे से श्रद्धालु लगातार प्रतिमा के दर्शन कर सकेंगे।
4 सितंबर को हुआ था विवाद
दरअसल, 4 सितंबर की रात सिंधु युवा एकता गणेश उत्सव समिति द्वारा लगाए गए पंडाल में फिल्मी और अशोभनीय गाने बजाए जा रहे थे। इस पर बजरंग दल ने आपत्ति जताई और भारी विरोध-प्रदर्शन किया। विवाद बढ़ने पर पंडाल की लाइट बंद कर दी गई और प्रतिमा को पर्दे से ढक दिया गया।

बजरंग दल के आरोप
बजरंग दल का आरोप था कि न केवल अशोभनीय गाने बजाए गए, बल्कि प्रतिमा के स्वरूप से भी छेड़छाड़ की गई। कार्यकर्ताओं ने यहां तक मांग की थी कि प्रतिमा का तत्काल विसर्जन कराया जाए।
दोबारा खोला गया पंडाल
आखिरकार समिति की ओर से आश्वासन देने के बाद प्रतिमा को मूल स्वरूप में स्थापित किया गया। बुधवार रात पंडाल को पुनः खोला गया और पूजा-अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के लिए दर्शन की व्यवस्था बहाल कर दी गई।