पटना। बिहार के आरा में वोटर अधिकार यात्रा के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी को काले झंडे दिखाए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मां की गाली दिए जाने से भड़के भाजपा कार्यकर्ताओं ने नारेबाजी की। इस पर राहुल गांधी ने अपनी गाड़ी रुकवाई और काले झंडे दिखा रहे भाजपा समर्थकों को अपने पास बुलाकर उन्हें टॉफी दे दी। आरा में यात्रा के दौरान राहुल के साथ राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता तेजस्वी यादव और समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव भी मौजूद रहे।
राहुल गांधी की वोटर अधिकार यात्रा शनिवार को छपरा से निकलकर दोपहर में आरा पहुंची। आरा में रोड शो के दौरान काले कपड़े पहने भारतीय जनता युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष एवं अन्य भाजपा कार्यकर्ताओं ने नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए। जब राहुल का काफिला उनके सामने से गुजरा तो भाजपा कार्यकर्ता उन्हें काले झंडे दिखाने लगे।
यह देखकर राहुल गांधी ने नारेबाजी कर रहे युवकों को अपने पास बुलाया। सुरक्षाकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों के हाथ से काले कपड़े लेने की कोशिश की। फिर राहुल ने अपने पास से टॉफी निकालकर भाजपा कार्यकर्ताओं को थमा दी। इसके बाद राहुल का काफिला वहां से वीर कुंवर सिंह मैदान की ओर निकल पड़ा, जहां महागठबंधन के नेताओं ने जनसभा को संबोधित किया।
बीते बुधवार को दरभंगा में राहुल-तेजस्वी की वोटर अधिकार यात्रा के दौरान एक मंच से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को मां की गाली दी गई थी। इसका वीडियो वायरल होने के बाद सियासी बवाल मच गया। यह मंच कांग्रेस के ही एक स्थानीय नेता नौशाद का था। दरभंगा पुलिस ने केस दर्ज करते हुए मोहम्मद रिजवी को गिरफ्तार किया है। रिजवी ने ही मंच से पीएम को गाली दी थी। हालांकि, उसका किसी भी पार्टी से कोई लेना-देना नहीं है।
दूसरी ओर, भाजपा ने इसे मुद्दा बनाते हुए कांग्रेस और राजद के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। भाजपा के नेता इस मुद्दे पर राहुल गांधी और तेजस्वी यादव से माफी की मांग कर रहे हैं। हालांकि, कांग्रेस पार्टी इस बयान से खुद को किनारे कर चुकी है। शुक्रवार को राहुल की वोटर अधिकार यात्रा में शामिल होने बेतिया पहुंचे कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने इसकी निंदा करते हुए कहा था कि पीएम को गाली देने के मामले से पार्टी का कोई वास्ता नहीं है।