सना/तेल अवीव,: ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों द्वारा इजरायल पर क्लस्टर बम और मिसाइल दागे जाने के कुछ ही दिनों बाद, इजरायल ने रविवार को यमन की राजधानी सना में भीषण हवाई हमले किए। इन हमलों में कम से कम 6 लोगों की मौत हो गई और 86 से अधिक घायल हो गए। हूती नियंत्रण वाले स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस जानकारी की पुष्टि की है।
इजरायली रक्षा बल (IDF) के अनुसार, यह हमला हूती आतंकियों द्वारा इजरायल और उसके नागरिकों को निशाना बनाए जाने की प्रतिक्रिया में किया गया। IDF ने बताया कि ऑपरेशन में 10 से अधिक फाइटर जेट शामिल हुए, और हमले का सबसे दूर का लक्ष्य लगभग 2,000 किलोमीटर दूर स्थित था।
IDF ने दावा किया कि उनके हमलों में एक सैन्य स्थल को निशाना बनाया गया, जिसमें सना स्थित राष्ट्रपति भवन, दो बिजलीघर और एक ईंधन भंडारण केंद्र शामिल थे। स्थानीय नागरिकों ने राजधानी के विभिन्न इलाकों में तेज धमाकों की आवाजें सुनीं, जिससे सना में दहशत का माहौल बन गया।
हूती हमलों की पृष्ठभूमि
हूती नियंत्रण वाले अल-मसीरा टीवी ने कहा कि इजरायली हमलों से भारी जान-माल का नुकसान हुआ है। रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, यह हमला ऐसे समय हुआ है जब हूती विद्रोहियों ने इजरायल पर नई किस्म की मिसाइलें दागने का दावा किया था, जिनका लक्ष्य देश का सबसे बड़ा हवाई अड्डा बताया गया।
हूतियों ने पहले भी रेड सी (लाल सागर) में वाणिज्यिक जहाजों पर हमले किए हैं, जिनके पीछे उनका तर्क है कि वे गाजा के लोगों के समर्थन में यह कार्रवाई कर रहे हैं।
गाजा के भाइयों को अकेला नहीं छोड़ेंगे” – हूती नेता
हूती संगठन के वरिष्ठ नेता अब्दुल कादर अल-मुर्तदा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर बयान जारी कर कहा,
“इजरायल को समझ लेना चाहिए कि हम गाजा के अपने भाइयों को कभी अकेला नहीं छोड़ेंगे, चाहे इसके लिए कितनी भी कुर्बानी क्यों न देनी पड़े।”
पिछले 22 महीनों से हूती विद्रोही लगातार इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन हमले कर रहे हैं, साथ ही अंतरराष्ट्रीय समुद्री मार्गों को भी खतरे में डाल रहे हैं।