रायपुर। पाकिस्तान से जुड़े हेरोइन सिंडिकेट का जाल रायपुर तक फैला हुआ था, जिसे पुलिस और जांच एजेंसियों ने मिलकर उजागर किया है। अब तक इस मामले में 17 आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी है, जो कमल विहार को ठिकाना बनाकर ड्रग्स सप्लाई कर रहे थे। इनके पास से 1 करोड़ की हेरोइन जब्त की गई है।

जांच में सामने आया है कि 350 से ज्यादा लोगों ने आरोपियों के खातों में पैसे ट्रांसफर किए, जिनके अकाउंट अब फ्रीज कर दिए गए हैं। पुलिस को संदेह है कि कुछ लोग न केवल खरीदार हैं, बल्कि आगे सप्लाई भी कर रहे थे। अभी तक 800 संदिग्ध अकाउंट्स की पहचान की जा चुकी है।

सिंडिकेट का मास्टरमाइंड लवजीत सिंह उर्फ बंटी है, जिससे पूछताछ में कई अहम जानकारियां मिली हैं। उसके नेटवर्क में शामिल हर व्यक्ति का अलग-अलग रोल था—कोई पैकेजिंग करता था, कोई डिलीवरी, कोई ग्राहक ढूंढ़ता और कोई अकाउंट मैनेज करता।

इस मामले की जांच में अब रायपुर पुलिस के साथ IB, ATS और NCB भी जुट गई हैं। सूत्रों के अनुसार, सिंडिकेट से जुड़े कुछ सफेदपोशों की भूमिका भी सामने आई है और आने वाले दिनों में बड़ी गिरफ्तारी संभव है।
गिरोह की पोल तब खुली जब IG अमरेश मिश्रा और SSP डॉ. लाल उमेद सिंह के निर्देश पर विशेष टीम ने कमल विहार में दबिश दी और तीन मुख्य आरोपियों को पकड़ा। उनके पास से हेरोइन, मोबाइल, कार, पैकेजिंग मटेरियल और लेन-देन के दस्तावेज मिले।
यह मामला सिर्फ नशे का नहीं, बल्कि राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा गंभीर अपराध बन गया है। एजेंसियां अब हेरोइन खरीदने वालों की कड़ी से कड़ी तलाश कर रही हैं, ताकि इस पाकिस्तानी नेटवर्क को पूरी तरह खत्म किया जा सके।
ड्रग्स सेवन से सावधान रहें: हेरोइन और MDMA जैसे ड्रग्स सिर्फ शारीरिक नहीं, मानसिक और सामाजिक मौत का कारण बनते हैं। कुछ ही बार सेवन करने पर लत लग जाती है और ज्यादा डोज जानलेवा साबित हो सकती है।