छत्तीसगढ़ में मानसून के साथ सर्पदंश का कहर तेजी से बढ़ रहा है। रायपुर, कोरबा, रायगढ़ और बलौदाबाजार जैसे जिलों में सांपों के काटने से मौतों का आंकड़ा डरावना होता जा रहा है।2023 में 8,644, 2024 में 8,645, और 2025 में मई तक 1,527 सर्पदंश के मामले दर्ज हुए हैं। इन तीन वर्षों में 300 से अधिक मौतें हो चुकी हैं। कोरबा, रायगढ़ और बलौदाबाजार सर्वाधिक प्रभावित जिले हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार, झाड़-फूंक और देरी से अस्पताल पहुंचने के कारण कई मौतें रिपोर्ट नहीं हो पातीं। स्वास्थ्य विभाग ने चेतावनी जारी करते हुए कहा कि सभी अस्पतालों में एंटी-स्नेक वेनम इंजेक्शन उपलब्ध हैं।
क्या करें:
- घाव को साबुन से धोएं
- हल्के कपड़े से बांधें
- तत्काल अस्पताल जाएं
क्या न करें:
- झाड़-फूंक न करें
- घाव पर चीरा या जहर चूसने की कोशिश न करें
सावधानी ही बचाव है — रात में टॉर्च व जूते पहनें, घर-आसपास साफ रखें, और सर्पदंश होने पर घबराएं नहीं। राज्य सरकार ने संयुक्त संचालन समिति और विशेष प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए हैं, लेकिन अंतिम सुरक्षा जागरूकता और त्वरित चिकित्सा से ही संभव है।
हर पल कीमती है – सतर्क रहें, सुरक्षित रहें।