America: 70 साल के बुजुर्ग सिख पर बेरहमी से किया गया हमला, आरोपी गिरफ्तार; पुलिस पर उठे सवाल

न्यूयॉर्क- अमेरिका के लॉस एंजिलिस में एक बुजुर्ग सिख व्यक्ति पर हमला करने के आरोप में एक संदिग्ध को गिरफ्तार किया गया है। अधिकारियों ने इस घटना के बारे में जानकारी दी है। अधिकारियों ने बताया कि इस हमले में पीड़ित शख्स की खोपड़ी की हड्डी टूट गई है और  मस्तिष्क में गंभीर चोट आई है। लॉस एंजिलिस के एक गुरुद्वारे के पास 4 अगस्त को 70 वर्षीय हरपाल सिंह पर एक बेघर व्यक्ति बो रिचर्ड विटाग्लियानो ने तब हमला किया था जब वो सैर कर रहे थे। 

पुलिस पर उठे सवाल

लॉस एंजिलिस पुलिस विभाग ने एक बयान में बताया कि 44 वर्षीय विटाग्लियानो को सिंह पर क्रूर हमला करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। विटाग्लियानो पर घातक हथियार से हमला करने का मामला दर्ज किया गया है और उसकी जमानत के लिए 11 लाख अमेरिकी डॉलर की राशि तय की गई है। पैरोकार समूह ‘द सिख कोलिशन’ ने कहा कि पुलिस इस मामले की घृणा अपराध के तौर पर जांच नहीं कर रही है। ‘द सिख कोलिशन’ ने कहा कि हमले के कारण सिंह को बहुत गंभीर चोट आई है और उनकी हालत गंभीर बनी हुई है। 

प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या बताया?

पुलिस ने कहा कि 4 अगस्त को कानून प्रवर्तन अधिकारियों को घातक हथियार से हमले की जांच के बारे में रेडियो कॉल पर सूचना मिली थी। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि सिंह और विटाग्लियानो के बीच मारपीट हुई थी। विटाग्लियानो एक बेघर व्यक्ति है। पुलिस के अनुसार, प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि वो यह नहीं देख पाए कि झगड़ा कैसे शुरू हुआ, लेकिन उन्होंने बहुत तेज शोर सुना और फिर दो लोगों को एक-दूसरे पर धातु की वस्तुएं फेंकते देखा। उसने बताया कि जब प्रत्यक्षदर्शियों ने शोर मचाकर हस्तक्षेप किया और विटाग्लियानो को रोका तो वह अपनी साइकिल पर भाग गया। 

क्या बोले हरपाल सिंह के भाई गुरदयाल?

लॉस एंजिलिस अग्निशमन विभाग के चिकित्सा कर्मी ने तुरंत कार्रवाई की और सिंह को पास के एक अस्पताल पहुंचाया जहां उन्हें खोपड़ी की हड्डी टूटने और संभावित मस्तिष्क आघात के कारण भर्ती कराया गया। झगड़े में लगी चोट के कारण सिंह अब भी डॉक्टरों की देखरेख में हैं। सिंह के भाई डॉ गुरदयाल सिंह रंधावा ने कहा कि वह आभारी हैं कि पुलिस ने इस भयावह हमले के लिए संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन ‘‘हमें इस हमले को बेहतर ढंग से समझने की जरूरत है। हमें यह भी समझने की आवश्यकता है कि इसे घृणा अपराध क्यों नहीं माना जा रहा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘न्याय अवश्य होना चाहिए।’’

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *