दुर्ग, छत्तीसगढ़। कलेक्ट्रेट परिसर में शुक्रवार सुबह एक ई-रिक्शा चालक ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान युवराज सार्वा (45) के रूप में हुई है, जिन्हें स्थानीय लोग छत्तीसगढ़ की 'फोगाट बहनों' के पिता अशोक फोगाट के नाम से भी जानते थे। उनकी तीन बेटियां पहलवानी में चैंपियन रह चुकी हैं।

क्या हुआ था?
युवराज का शव कलेक्ट्रेट परिसर के नोटरी काउंटर के पास फांसी के फंदे से लटका हुआ मिला। इसकी सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। घटना से क्षेत्र में सनसनी फैल गई।
पुलिस जांच कर रही है
पुलिस ने बताया कि युवराज पिछले कुछ समय से परेशान थे, लेकिन आत्महत्या का स्पष्ट कारण अभी पता नहीं चल पाया है। उनके परिवार से बातचीत की जा रही है। कोतवाली थाना क्षेत्र की पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
समाज में चर्चा
युवराज की बेटियों ने पहलवानी में नाम कमाया था, जिसकी वजह से वे इलाके में जाने-पहचाने चेहरे थे। उनकी अचानक मौत ने लोगों को हिला दिया है। लोगों ने परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की है।
पुलिस ने मामले में आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है और आत्महत्या के कारणों का पता लगाया जा रहा है।
