छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें एक बार फिर तेज हो गई हैं। माना जा रहा है कि यह विस्तार 15 अगस्त से पहले हो सकता है। खुद मुख्यमंत्री साय और उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा के हालिया बयानों ने इस संभावना को बल दिया है।

इस बीच नए संभावित मंत्रियों के नामों में बदलाव देखने को मिला है। अब जिन तीन नामों की चर्चा जोरों पर है, उनमें आरंग से विधायक गुरु खुशवंत सिंह, अंबिकापुर से विधायक राजेश अग्रवाल, और दुर्ग से विधायक गजेंद्र यादव शामिल हैं।
गुरु खुशवंत सिंह सतनामी समाज के प्रभावशाली धर्मगुरु गुरु बालदास के पुत्र हैं। भाजपा में उनके शामिल होने से अनुसूचित जाति वोट बैंक में पार्टी को मजबूती मिली है। उन्हें मंत्री बनाकर भाजपा दलित समाज का समर्थन और अधिक मजबूत करना चाहती है।
राजेश अग्रवाल ने 2023 के चुनाव में पूर्व डिप्टी सीएम टीएस सिंहदेव को हराकर राजनीतिक हलचल मचा दी थी। बृजमोहन अग्रवाल के सांसद बनने के बाद वैश्य समाज का कोई प्रतिनिधि सरकार में नहीं है, ऐसे में राजेश अग्रवाल की दावेदारी मजबूत मानी जा रही है।
गजेंद्र यादव, आरएसएस बैकग्राउंड से हैं और उन्हें संगठन का समर्थन प्राप्त है। यादव समाज राज्य के प्रमुख ओबीसी समूहों में से एक है और प्रतिनिधित्व की मांग कर रहा है।
सूत्रों के मुताबिक, यदि परिस्थितियाँ अनुकूल रहीं तो 10 अगस्त को मंत्रिमंडल विस्तार संभव है। राज्यपाल की स्वीकृति के बाद तारीख तय की जाएगी।
यह विस्तार भाजपा के सामाजिक संतुलन और चुनावी रणनीति दोनों के लिहाज़ से अहम माना जा रहा है।