Kabirdham Damakheda : कबीरधाम दामाखेडा में 22.43 करोड़ की लागत से बन रहा कबीर जलाशय हुआ धराशायी, अधिकारी जवाबदेही से बच रहे
Kabirdham Damakheda : बलौदाबाजार ! संत कबीर की आस्था का केंद्र दामाखेडा में बन रहा कबीर जलाशय भ्रष्टाचार की भेंट चढ गया और बरसात के बीच उसकी दीवार धराशायी हो गया। जो कि कहीं न कहीं इसके डाइंग डिजाईन के साथ ही निर्माण कार्य में लापरवाही और भ्रष्टाचार को उजागर करता प्रतित होता है।
Related News
संत प्रकाश मुनि साहेब का सपना था कि कबीर पंथ के मानने वालों की आस्था कबीर जलाशय से जुड़ी है और इसे भव्य रूप प्रदान किया जाये जिसपर तात्कालीन मुख्यमंत्री भुपेश बघेल सहित मंत्री गणों ने 22.43 करोड़ रूपये की लागत से कबीर जलाशय निर्माण की घोषणा की और सबने मिलकर भुमि पूजन भी किया। और अभी जलाशय के चारों ओर दीवार ही बना था वह भी धराशायी हो गया जो कहीं न कहीं इसके निर्माण गुणवत्ता पर प्रश्नचिन्ह व निर्माण में लापरवाही को दर्शाता है।
फिलहाल इस मामले में अभी जिम्मेदार अधिकारी सामने नहीं आये है पर यह तो है कि सपनों का जलाशय की दीवार ढह गया है देखना होगा कि छत्तीसगढ़ शासन इस 22.43 करोड़ से बन रहे जलाशय के निर्माण में लापरवाह अधिकारी व ठेकेदार पर क्या कार्यवाही करता है।
अधिकारी झांकने नहीं जाते
Kabirdham Damakheda : बलौदाबाजार जिले में यह अकेला मामला नहीं है ऐसे विकास के अनेकों काम चल रहे हैं पर अधिकारी निर्माण के दौरान झांकने तक नहीं जाते हैं सूत्र बताते हैं कि निर्माण कार्य के पूरे होते तक संबंधित कार्य के ठेकेदार अधिकारियों की अच्छी खासी खातिरदारी करते रहते हैं और फाईल में हस्ताक्षर होते रहते हैं और निर्माण हो जाता है और दो वर्ष भी पूरा नहीं होता और दीवालों में दरारें आने लगती है । टाईल्स धसकने लगती है और भवन टुट जाता है। और शिकायत पर जांच की बात कहते हुए पल्ला झाड़ लिया जाता है।
दरचुरा जलाशय फुटने का भी गांव वालों के अनुसार यही कारण है छत्तीसगढ़ के जलाशयों के रखरखाव नहरों की साफसफाई के लिए पर्याप्त बजट सरकार द्वारा दिया जाता है पर सफाई व रखरखाव रिपेयरिंग कागज पर हो जाता है और बजट भी निकल जाता है। गणेशपुर के निवासियों का कहना था कि यदि चार दिनों से लगातार बारिश हो रही थी तो अधिकारियों ने जलाशय को झांकने तक नहीं आये। यदि नहरों से पानी छोड़ दिया जाता तो ऐसी स्थिति नहीं आती जहाँ पर जलाशय फुटा दीवार कमजोर हो गया था और जल के बढ़ते दबाव से फुट गया । अधिकारियों की इस लापरवाही का खामियाजा गांव के निवासियों, किसानों, मजदुरो को भुगतना पडा।
कलेक्टर ने लिया संज्ञान
Kabirdham Damakheda : जिले में नव पदस्थ युवा कलेक्टर दीपक सोनी ने इस पूरे मामले में संज्ञान लेते हुए अपर कलेक्टर के नेतृत्व में जांच टीम बनाकर जांच कर एक सप्ताह के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने आदेश दिया है।