छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित शराब घोटाले में नए खुलासे हो रहे हैं। आर्थिक अपराध अन्वेषण शाखा (EOW) की जांच में सामने आया है कि घोटाले की रकम 2100 करोड़ से बढ़कर अब 3200 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। इस मामले में आबकारी विभाग के 22 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है।
क्या है पूरा मामला?
– कारोबारी अनवर ढेबर के नेतृत्व में एक सिंडिकेट बनाया गया था, जिसने शराब लाइसेंस, टेंडर और डिस्ट्रीब्यूशन में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी की।
– ढेबर को 90 करोड़ रुपये से अधिक का फायदा हुआ, जिसे उसने रिश्तेदारों और सीए के नाम बनाई गई कंपनियों में निवेश किया।
– EOW ने 2300 पन्नों का चार्जशीट विशेष अदालत में पेश किया, जिसे स्वीकार कर लिया गया है।
### **क्यों निलंबित किए गए अधिकारी?**
– वाणिज्यिक कर (आबकारी) विभाग ने 29 अधिकारियों के खिलाफ जांच के बाद 22 को निलंबित करने का आदेश जारी किया।
– ये अधिकारी शराब लाइसेंसिंग, टैक्स चोरी और अवैध डिस्ट्रीब्यूशन में शामिल पाए गए।
-EOW अभी भी जांच कर रही है और और अधिकारियों व कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई की संभावना है।
आगे क्या होगा?
– कोर्ट में चल रही सुनवाई के बाद दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होने की उम्मीद है।
– घोटाले की पूरी जांच होने के बाद राज्य सरकार नए नियमों पर विचार कर सकती है।
**अधिक जानकारी के लिए बने रहें हमारे साथ।**
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