flower market in worry: लोकल आवक बंद…गेंदा पांच सौ पार…चिंता में फूल बाजार

:राजकुमार मल:

भाटापारा- कमल 10 से 15 रुपए नग। सावन के लिए तैयार हो रहे बाजार का मानना है कि भाव स्थिर रहने की संभावना है क्योंकि उत्पादक क्षेत्र से बेहतर पुष्पन की खबर आ रही है लेकिन 400 से 500 रुपए किलो पर जा चुके गेंदा की खरीदी पर निश्चित रूप से और भी ज्यादा पैसे देने होंगे क्योंकि स्थानीय फसल खत्म हो चली है।

फूल बाजार गेंदा को लेकर पहली बार चिंता में नजर आ रहा है क्योंकि सीजन के पहले ही इसने जो कीमत अपने नाम की है, उसके बाद आपूर्ति पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है। इसलिए सावन की मांग के लिए पश्चिम बंगाल और महाराष्ट्र के फूल उत्पादक क्षेत्र से संपर्क बढ़ाया जा रहा है लेकिन उत्साह बढ़ाने वाली खबर नहीं है।


बेहतर की आस

रतनपुर। प्रसिद्ध है तालाब और कमल के फूलों के लिए। 15 से 20 किलोमीटर की परिधि में बसे गांवों में भी कमल की खेती व्यावसायिक रूप ले चुकी है। तैयार हो रही कमल की कलियां इस बरस बेहतर फसल का संकेत दे रहीं हैं। इस बीच आवक छिटपुट शुरू हो रही है क्योंकि सावन की डिमांड ने दस्तक दे दी है। कीमत प्रति नग 10 से 15 रुपए बोली जा रही है।

तेवर गर्म गेंदा के

गेंदा में स्थानीय फसल अंतिम दौर में पहुंच रही है, तो पश्चिम बंगाल के गेंदा उत्पादक क्षेत्र पर चौतरफा दबाव है। इसलिए प्रति किलो भाव 400 से 500 रुपए बोले जा रहे हैं। तेजी की आशंका को देखते हुए फूल बाजार महाराष्ट्र की फूल मंडियों से संपर्क बनाए हुए हैं लेकिन सौदे और मात्रा को लेकर उलझन बरकरार है क्योंकि महाराष्ट्र पर भी देशस्तर की मांग का दबाव है।

पैकेट 50 रुपए में

बेल पत्तियां, कनेर और सहज उपलब्ध होने वाले फूलों के साथ आंक के फूल, धतूरा फल एवं दूब। इन सभी के पैकेट 50 रुपए में विक्रय की योजना है। तैयारी चालू की जा चुकी है। इसमें वृद्धि के आशंका इसलिए भी है नहीं है क्योंकि यह सभी आसानी से उपलब्ध हो जा रही है