First rain: पहली ही बारिश में लगाये गए विद्युत पोलो की खुलने लगी पोल

पहली ही बारिश में लगाये गए विद्युत पोलो की खुलने लगी पोल

 घटिया निर्माण व भ्रष्टाचार के चलते अभी तक 2 पोल गिर चुके कुछ गिरने की स्थिति में

सरायपाली :- नगर में निर्माणाधीन गौरवपथ व नाली निर्माण के शिकायत के बाद अब नए लगाए गए विद्युत पोलो के गिरने की शिकायतें आनी लगी है ।घटिया तरीके से लगाये गए पोलो की शिकायत संबंधित अधिकारियों को पोल लगाते समय ही नगरवासियो द्वारा शिकायत कर ध्यान आकर्षित कराया गया था तो वही समाचारो के माध्यम से भी गड़ाये जा रहे पोलो की गुणवत्ता को लेकर नगरपालिका , विद्युत विभाग व स्थानीय प्रशासन को अवगत कराया गया था पर कमीशन के खेल ने सभी का मुंह बंद कर दिया । आज इस लापरवाही व भ्रस्टाचार युक्त निर्माण की कलई पहले ही बरसात में खुल गई ।

नगरपालिका में आयोजित बैठक में एसडीएम ने भी स्पष्ट निर्देष दिया गया था किंतु संबंधितों ने कोई ध्यान नही दिया ।नगर के मध्य 2 विद्युत खंबे घरों के ऊपर गिर गये तो वही निरंजन अग्रवाल के सामने बन रहे नाली के कारण समीप ही गाड़े गए खंबे की भी गिरने की संभावना को देखते हुवे उसे अन्य लोहे की पाईप से बांध दिया गया है । नगर में काफी संख्या में नए विद्युत पोल लगाए गए हैं किंतु अनेक लोगो का कहना है कि सही गहराई में इन्हें नही लगाया गया है ।

3 दिनों पूर्व क्षेत्र में भारी बारिश हुई थी । बारिश ने नगरपालिका के कार्यो , दावों व कार्यशैलियो की पोल खोल दी थी । नगर की नालियों की वर्षो तक सफाई नही हुई इसक्जे साक्षात उदाहरण कन्या शाला के सामने नाली से निकले ढेर सारे कीचड़ों , दुर्गा मंदिर व जयश्री कपड़ा दुकान के सामने की नालियों में कितना कीचड़ था इसका इसी से अंदाज लगाया जा सकता है इन कीचड़ों को निकालने जेसीबी का उपयोग करना पड़ा किंतु इसके बावजूद अभी भी कई ट्रेक्टर कचरा इस नाली से निकलेगा ।पहली बरसात में ही इस नाली से निकले वाले गंदगियों की भरमार को नगर वासियों ने अपने आखों से देखा है । इतना कीचड़ व दुर्गन्ध की पास खड़े हो पाना संभव नही हो पा रहा था । पानी के बहाव से यह कीचड़ सड़को , दुकानों व दुर्गा मंदिर के विशाल परिसर में पूरी तरह फैल गया था । जिसकी वजह से भक्तगणों व श्रद्धालू मंदिर तक नही पहुंच पाये ।

नगर में सैकड़ो की संख्या में नये विद्युत पोल लगाये गए हैं । ऊंचाई जे हिसाब से जितनी गहराई में इसे लगाया जाना था व पर्याप्त मात्रा में सीमेंट से इसे बन्द करना था संभवतः इसका ध्यान नही रखा गया । जिसकी वजह से उपरोक्त दोनों खंबे तिरछे होकर गिर गए तो वही निरंजन अग्रवाल के सामने भी सपोर्ट देकर अस्थायी तौर पर बांधा गया है । सरस्वती शिशु मंदिर के सामने भी इसी तरह दो खंबे झुकने शुरू हो गये हैं ये भी आने वाले समय मे गिरने की संभावना बनी हुई है । जितने दिन भिव्यह खंबा लगाया गया है शायद ही कभी कोई जिम्मेदार अधिकारी य्या संबंधित इंजीनियर निरीक्षण किया होगा । कमीशन के खेल में ठेकेदार को कुछ भी करने की पूरी छूट दे दी गई है जिसके चलते गौरवपथ , नाली व विद्युत खम्बो को लेकर लगातार शिकायते आ रही है । किंतु इसक्जे समाधान निकल नही पा रहा है ।