akshaya tritiya
हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया को एक अत्यंत शुभ और अबूझ मुहूर्त माना जाता है. जिसमें बिना किसी शुभ समय के विचार किए कोई भी मंगल कार्य किया जा सकता है. यह वर्ष के साढ़े तीन अबूझ मुहूर्तों में से एक है. इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से धन, समृद्धि और अनंत पुण्य की प्राप्ति होती है.
इस वर्ष का दुर्लभ ग्रह संयोग
इस बार अक्षय तृतीया पर कई शक्तिशाली राजयोग बन रहे हैं, जो इसे और भी विशेष बना रहे हैं:
- गजकेसरी योग – वृषभ राशि में गुरु (बृहस्पति) और चंद्रमा की युति होगी, जिससे धन, सम्मान और सौभाग्य में वृद्धि होगी.
- अक्षय योग – यह योग स्वयं ही सभी कार्यों को सफलता दिलाने वाला माना जाता है.
- चतुर्ग्रही योग –मीन राशि में चार ग्रहों का प्रभाव शुभ फलदायी होगा.
- मालव्य योग व लक्ष्मी-नारायण योग – यह धन और सुख-समृद्धि को बढ़ाने वाला योग है.
किन राशियों को मिलेगा विशेष लाभ?
इन शुभ योगों के कारण वृषभ, मिथुन, कर्क, सिंह, मीन और मकर राशि के जातकों कोधन, करियर और सौभाग्य में बड़ा लाभ मिल सकता है.
इस पावन अवसर पर दान-पुण्य, गंगा स्नान, स्वर्ण खरीदारी और नए कार्यों की शुरुआत करना अत्यंत फलदायी माना जाता है.