सट्टा के चलते तबाह हो रहे कई घर
रामनारायण गौतम
सक्ती। पुलिस द्वारा छोटे-छोटे सटोरियों पर की जा रही कार्रवाई को लेकर स्थानीय लोग इन कार्रवाइयों को सिर्फ खानापूर्ति मान रहे हैं क्योंकि अब तक कई बड़े सट्टा खिलाने वाले बुकी पर कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
प्रदेश के गृह मंत्री व उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा द्वारा पुलिस क्राइम मीटिंग में कहा गया था कि छत्तीसगढ़ में सट्टा का कारोबार पूरी तरह बंद होना चाहिए जिस जगह सट्टा खेलने या खिलाने की शिकायत प्राप्त होगी वहां पर कार्रवाई की जाएगी परंतु उक्त आदेश का असर सक्ती में नहीं दिख रहा है।
कुछ दिन पहले वार्ड क्रमांक 10 का पार्षद एवं प्रियांशु अग्रवाल से मिले आईडी एवं उनके मोबाइल पर किन-किन लोगों द्वारा संपर्क कर सट्टा खिलाया जा रहा था और किस बुकी ारा प्रियांशु अग्रवाल को आईडी दी गई थी इसकी सूक्ष्म जांच होगी तो कई बड़े सट्टा खिलाने वाले बुकी पुलिस के गिरफ्त में होंगे परंतु पुलिस इनके मोबाइलों का जांच क्यों नहीं कर रही है, यह सवालिया निशान है। सिस्टम पूरी तरह इस काले धंधे में शामिल है, यही वजह है कि सक्ती नगर में सट्टा माफिया पनप रहे हैं और गली-गली में सट्टे का काला कारोबार चला रहे हैं सट्टे के चलते कई घर तबाह हो रहे हैं। शहर की गली-गली में सट्टे का काला कारोबार हो रहा है। सट्टा माफियाओं की जड़ें सिस्टम बहुत गहरी हैं। नगर में चर्चा का विषय बना है कि बड़े सटोरियों को बचाने के लिए पुलिस खानापूर्ति करते हुए छोटे-छोटे तबके के सटोरियों को पड़कर अपनी पीठ थपथपा रही है और बड़े सटोरियों के ऊपर कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। सट्टे की लत से कई लोग कर्ज तले दबे हैं।