कोरिया-सोनहत। अपनी ऐतिहासिक पृष्ठभूमि और धार्मिक महक के साथ झरिया के प्राचीन शिव मंदिर ने महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर आयोजित रुद्राभिषेक हवन और भंडारे में भक्तों को समर्पित एक दिवसीय विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया। यह मंदिर वर्षों से धार्मिक आस्था का प्रमुख केंद्र रहा है और इस अवसर पर भारी संख्या में भक्तों का तांता लगा रहा।
झरिया मंदिर, जो प्राकृतिक सौंदर्य और आसपास के वातावरण के लिए जाना जाता है, ने भक्तों को अपनी ओर आकर्षित किया। दिन भर भक्तों ने यहां आकर भगवान शिव की पूजा-अर्चना की एवं रुद्राभिषेक में भाग लिया। इस पर्व पर मंदिर के संत महंत ने विशेष अनुष्ठान का आयोजन किया, जिसमें अनगिनत श्रद्धालुओं ने उपस्थित होकर धार्मिक अनुष्ठानों का लाभ लिया।
रुद्राभिषेक हवन का कार्यक्रम भक्ति और समर्पण से भरा रहा। शिवलिंग का पवित्र जल, दुग्ध, शहद और अन्य औषधियों से अभिषेक किया गया। महोर्त में आस्था रखने वाले भक्तों ने शिवमंदिर की परिक्रमा करते हुए शहरभर से यहां पहुंचे। कार्यक्रम के समापन के बाद भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तों को स्वाहा सामग्री के साथ महाप्रसाद वितरित किया गया। भंडारे के आयोजन में स्थानीय समाज सेवकों और भक्तों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया हैं।
स्थानीय श्रद्धालुओं ने इस अवसर पर कहा, “हम हर साल महाशिवरात्रि पर यहां आते हैं। हमारे लिए यह एक आध्यात्मिक अनुभव होता है। हमें मंदिर का शांत वातावरण और वहां की ऊर्जा बहुत ही भावपूर्ण लगती है।” कुछ भक्तों ने विश्व शांति और खुशहाली के लिए प्रार्थना करते हुए भगवान शिव से आशीर्वाद मांगा।
पंढितों ने बताया कि महाशिवरात्रि, भगवान शिव की आराधना का महान पर्व है। इस दिन भक्त श्रावण में ख़ूब तैयारी करते हैं और भक्ति भाव से उपवास रखते हैं, ताकि भगवान का आशीर्वाद प्राप्त किया जा सके।
कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर भक्तजन और स्थानीय प्रशासन ने आपसी समन्वय की सराहना की। इस धार्मिक उत्सव ने झरिया वासियों को एकजुट किया और उनका आपस में स्नेह बढ़ाया, जो श्री शिव का संदेश है। शिव मंदिर की आस्था और मधुर वातावरण ने इस दिन को और भी खास बना दिया।