सुभाष तेरा नाम ही तो इन्कलाब है,
जन-जन में आज तू ही जिन्दाबाद है।
आज 23 जनवरी को भारत के प्रथम राष्ट्रपति नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयन्ती मनाई जा रही है। जैसे रूस में कामरेड लेनिन ने “लाल सेना” की मदद से नवम्बर क्रान्ति को सफल बनाया था, वैसे ही नेताजी सुभाष चंद्र बोस ने “आजाद हिन्द फौज” के साथ मिलकर अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया और भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए अपनी जान की बाजी लगा दी।
लेकिन 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता प्राप्ति के बावजूद, कुछ देशद्रोहियों और अंग्रेजों के साथी जयचन्दों ने मिलकर सत्ता का खेल रचा, जिससे देश की स्वतंत्रता पूरी तरह से स्थापित नहीं हो पाई।
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