राजकुमार मल, भाटापारा- समर्थन अखरोट और किशमिश का। सहयोग मिल रहा है मौसम का। ऐसे में बादाम भड़का हुआ है। यह स्थिति दीर्घ अवधि तक बने रहने की प्रबल संभावना है क्योंकि लोकल फसल नहीं के बराबर है, तो आयातित बादाम उत्पादक क्षेत्र में ही ऊंचे दाम पर खरीदा जा रहा है।
हैरत में है, सूखे मेवे का उपभोक्ता कीमत सुनकर। आशंका और तेजी की ही है इसलिए मात्रा में कमी की जाकर खरीदे जा रहे हैं बादाम, अखरोट और किशमिश। रिकॉर्ड गर्मी के बावजूद मांग में यह तीनों मेंवे इसलिए मांग में बने हुए हैं क्योंकि मौसम का तकाजा है। सामान्य होने के बाद शादी-ब्याह की तारीखें भी आएंगी। इसलिए अग्रिम सौदे की खबरें आ रही है।
भड़का बादाम
Related News
नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में एक साथ कई स्थानों पर छापेमारी की, जिससे हड़कंप मच गया. यह कार्रवाई 190 करोड़ रुपये के ...
Continue reading
0 मुख्यमंत्री श्री साय भैंसा में आयोजित सुशासन तिहार में ग्रामीणों से हुए रूबरू
0 'विकसित कृषि संकल्प अभियान' के लिए 10 जागरूकता रथों को दिखाई हरी झंडी
0 भैंसा में प्राथमिक स्वास...
Continue reading
कहा- राष्ट्रपति अधिकार क्षेत्र से आगे बढ़ रहे, इकोनॉमी का हवाला देकर कुछ भी करना गलत
वॉशिंगटन अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के टैरिफ को फेडरल ट्रेड कोर्ट ने असंवैधानिक करा...
Continue reading
0 मुख्यमंत्री अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के नागरिक अभिनंदन समारोह में हुए शामिल
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय राजधानी रायपुर के इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मंडपम...
Continue reading
गवाहों को प्रभावित न करें,इसलिए छत्तीसगढ़ में रहने पर पाबंदी
EOW मामले में जेल में ही रहेंगे
रायपुरकोयला लेवी घोटाले में आरोपी रानू साहू, सौम्या चौरसिया, समीर विश्नोई और सूर्...
Continue reading
0 मुख्यमंत्री ने बालोद, नारायणपुर एवं कांकेर जिले के अधिकारियों की बैठक ली
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज सुशासन तिहार के अंतर्गत संयुक्त जिला कार्यालय, बालोद के सभाकक्ष...
Continue reading
0 छत्तीसगढ़ में शिक्षा सुधार की नई पहल: युक्तियुक्तकरण के माध्यम से शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ और छात्र-केंद्रित बनाने की दिशा में ठोस कदम
रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृ...
Continue reading
-सुभाष मिश्रखनिज संपदा की चोरी आम बात है, जब कोई गरीब अपनी जरूरत के लिए इसकी चोरी करता है तो उसे अपनी जान गंवानी पड़ती है। ये कल ही की तो बात है जब कोरबा जिले के एसईसीएल गेवरा ...
Continue reading
रायपुर। पुण्यश्लोक अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती के पावन अवसर पर 29 मई को मुख्यमंत्री निवास, रायपुर में एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम 11.00 ब...
Continue reading
0 शिक्षकों की तैनाती के बावजूद छात्र नहीं
0 दूरस्थ स्कूलों में शिक्षकों की कमी से गिरा परीक्षा परिणाम
रायपुर। छत्तीसगढ़ के शिक्षा विभाग द्वारा प्रस्तुत युक्तियुक्तकरण रिपोर्ट के ...
Continue reading
दिलीप गुप्ता
सरायपाली। रेजांगला रज कलश यात्रा 26 मई दिन सोमवार को सरायपाली आगमन हुआ। अखिल भारत वर्षीय यादव महासभा के तत्वावधान में इस पवित्र रज कलश यात्रा का ऐतिहासिक स्वागत नरेन...
Continue reading
नहीं हो रही नालियों की समुचित सफाई
दिलीप गुप्ता
सरायपाली। नगर में झमाझम बारिश ने नगरपालिका के दावों व कार्यो की पहली बरसात में ही पोल खोलकर रख दी है। नालियों में वर्षो से नियमि...
Continue reading
घरेलू फसल नहीं के बराबर। ऑस्ट्रेलिया और अमेरिकन बादाम की कीमत इसलिए तेज है क्योंकि सूखे मेवे के आयात पर लगने वाले शुल्क में वृद्धि हो चुकी है। रही- सही कसर दोनों देश में बादाम की कमजोर फसल पूरी कर रही है जबकि मांग का स्तर बराबर बना हुआ है। इसलिए 620 से 920 रुपए प्रति किलो पर मिलने वाला बादाम अब 680 से 980 रुपए किलो पर पहुंचा हुआ है।

गर्म अखरोट और किशमिश
अखरोट और किशमिश भी तेजी की राह पर चल पड़े हैं क्योंकि घरेलू फसल बेहद कमजोर बताई जा रही है। सप्लाई लाइन कमजोर होता देखकर कीमत में जो तेजी का दौर चल रहा है, उसके बाद अखरोट खड़ा 50 रुपए तेज होकर 600 से 800 रुपए किलो की ऊंचाई पर पहुंच गया है। अखरोट गिरी में नई कीमत 1000 से 1400 रुपए किलो बोली जा रही है। पीछे किशमिश भी नहीं है। 30 रुपए की तेजी के बाद यह पहली बार 200 से 400 रुपए किलो पर पहुंच चुका है।


आशंका और तेजी की
कमजोर फसल, मौसम का साथ और मांग का प्रवाह जैसा बना हुआ है। उसे देखते हुए इन तीनों सूखे मेवे में आगे भी गर्मी बने रहने की आशंका है क्योंकि आने वाले महिने से शादी-ब्याह की तारीखें शुरू होने वालीं हैं। ऐसे मांग में लगभग 30 से 40% बढ़ोतरी की संभावना है। यानी सूखे मेवों की इन तीनों किस्म में तेजी दीर्घ अधिक तक बने रहने की धारणा है।