मुठभेड़ मारा गया बदमाश अमित जोश
क्राइम ब्रांच की टीम ने जवाबी कार्रवाई में ढेर
भिलाई. छत्तीसगढ़ के भिलाई में हत्या, लूटपाट, अवैध वसूली, मारपीट का निगरानी बदमाश का पुलिस ने शुक्रवार शाम लगभग 5.30 बजे पुलिस जवानों को देखते ही उन पर फायरिंग कर दी। जिसकी जवाबी कार्रवाई में जवानों ने भी फायरिंग की। गोली लगने से बदमाश ढेर हो गया। पूरा मामला भिलाई के कोतवाली थाना क्षेत्र का है। जहां शुक्रवार को भिलाई का निगरानी गुंडा बदमाश अमित जोश मारा गया।
पुलिस अधीक्षक जितेंद्र शुक्ला ने बताया अमित जोश भिलाई के ग्लोब चौक में हुए गोलीकांड का मुख्य आरोपी है। वह बीते कई महीनों से फरार था। पुलिस को उसके भिलाई आने की गुप्त सूचना मिली थी। जिसके बाद पुलिस ने तैयारी करते हुए आरोपी की घेराबंदी की। जयंती स्टेडियम के पीछे जब सिपाहियों ने अमित को घेरा तो उसने दो सिपाहियों पर फायरिंग कर दी। जिसके बाद अतिरिक्त बल बुलाकर आरोपी की घेराबंदी करते हुए जवाबी कार्रवाई की गई। इस दौरान आरोपी अमित ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग की। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में गोली लगने से उसकी मौत हो गई।गृहमंत्री के दौरे से पहले बीच सड़क चलाई थी गोली
भिलाई में आज से चार महीने पहले 25 जून की रात ग्लोब चौक के पास निगरानी बदमाश अमित जोश ने विवाद के बाद विश्रामपुर निवासी तीन युवकों पर तीन राउंड फायरिंग कर दी थी। जिसमें दो लोग गंभीर रूप से घायल हो गए थे। उन्हें रायपुर के मेकाहारा में भर्ती कराया गया था। इस पूरे वारदात को अंजाम देने के बाद अमित जोश फरार हो गया था वहीं सात लोगों को गिरफ्तार किया गया था । उस पर पुलिस ने 10 हजार रुपए इनाम की भी घोषणा की थी। पुलिस ने अमित के फरार होने के बाद उसकी मां, बहन और बहनोई भी गिरफ्तार किया। इनके घर से छापेमारी के दौरान जिंदा कारतूस और पिस्टल बरामद किया गया था। वहीं भिलाई स्टील प्लांट ने बीएसपी क्र्वाटर में अवैध कब्जे के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए अमित जोश, उसकी बहन के घर बुलडोजर चलाकर अवैध निर्माण को ढहाया था। साथ अवैध कब्जे वाले बीएसपी क्वार्टरों को कब्जा मुक्त कराया गया था। एनकाउंटर में मारा गया सेक्टर-6 निवासी अमित जोश निगरानी बदमाश था। उसके खिलाफ दुर्ग-भिलाई के अलग-अलग थानों में मारपीट और गंभीर अपराधों में कई केस दर्ज हैं। इसका स्टालिन गु्रप से पुराना विवाद भी चल रहा है।
गोलीकांड के करीब एक सप्ताह पहले रोशन स्टालिन ने अमित जोश के बहनोई लक्की पर ब्लेड से हमला किया था। जिससे उनके बीच विवाद बढ़ गया। 25 जून को अमित की एनिवर्सरी थी। देर रात 1-2 बजे के बीच पार्टी करने के बाद जोश और उसका एक साथी बाइक से घूमने निकले थे। जैसे ही ग्लोब चौक के आगे पहुंचे उन्हें बाइक पर तीन लड़के दिखे। सभी लोग शराब के नशे में थे। इसी दौरान गाली-गलौज करने को लेकर विवाद हो गया। विवाद इतना बढ़ा कि, बदमाशों ने उन पर तीन राउंड फायरिंग कर दी। इस हमले में सुनील यादव और आदित्य सिंह गंभीर रूप से घायल हो गए थे।
दुर्ग सेंट्रल जेल के असिस्टेंट जेलर के घर किया था हमला
दो साल पहले दुर्ग केंद्रीय जेल के असिस्टेंट जेलर अशोक साव के घर देर रात कुछ हथियारबंद नकाबपोशों ने हमला किया था। उन्होंने साव के घर का दरवाजा तोडऩे की कोशिश की थी। पुलिस ने इस मामले में कुख्यात बदमाश अमित जोश को गिरफ्तार किया था।
एक महीने पहले भिलाई नगर पुलिस ने किया था गिरफ्तार
अमित जोश को भिलाई नगर पुलिस ने 4 जून को गिरफ्तार किया था। जुनवानी निवासी गरिमा साहू ने भिलाई नगर थाने में उसके खिलाफ 3 मई 2024 को शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि, 30 अप्रैल 2024 को अमित जोश सुबह 7 बजे उसके घर में जबरदस्ती घुसा और गाली-गलौज करने लगा।मना करने पर उसने हथियार के बल पर लड़की के साथ बुरी तरह मारपीट भी की थी। इसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था। अमित जोश के खिलाफ हत्या, लूट और अन्य अपराधों के करीब 49 मामले दुर्ग जिले के अलग-अलग थानों में दर्ज है।
BSP क्वॉर्टर में कब्जा कर किराए पर देता था
अमित जोश और स्टालिन गु्रप दोनों भिलाई नगर एरिया में सक्रिय बदमाश है। इनका मूल काम बीएसपी क्वॉर्टर्स पर कब्जा कर उन्हें किराए पर चढ़ाना है। इससे यह लोग काफी अच्छी कमाई कर लेते थे। इनके डर से बीएसपी के अधिकारी भी कार्रवाई करने से डरते थे। गोलीकांड के बाद पुलिस ने अमित के घर और उसके अवैध कब्जे वाले क्र्वाटर्स पर कार्रवाई करते हुए बुलडोजर एक्शन चलाया था।
10 हजार रुपए का था इनाम
पुलिस ने गोलीकांड के आरोपी अमित जोश पर 10 हजार रुपए का इनाम भी घोषित कर रखा था। एसपी जितेन्द्र शुक्ला ने अमित जोश का पता बताने वाले को 10 हजार रुपए देने का ऐलान किया था। साथ ही पता बताने वाले का नाम गुप्त रखने की बात भी कही थी। घटना के चार माह बीतने के बाद अमित भिलाई आय और पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। मुठभेड़ की घटना के बाद मौके पर पुलिस बल मौजूद है।