रायपुर। छत्तीसगढ़ के चर्चित डीएमएफ (जिला खनिज फाउंडेशन) घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की कार्रवाई लगातार जारी है। इस मामले में जेल में बंद निलंबित आईएएस अधिकारी रानू साहू को ईडी ने आज विशेष कोर्ट में पेश किया, जहां कोर्ट ने उन्हें 22 अक्टूबर तक ईडी की रिमांड पर भेजने का आदेश दिया। ईडी रिमांड के दौरान रोजाना सुबह 10 बजे से शाम 5 बजे तक रानू साहू से पूछताछ की जाएगी। कोर्ट ने उनके स्वजनों को एक दिन छोड़कर मिलने की अनुमति भी दी है।
DMF Scam : रानू साहू का कलेक्टर कार्यकाल और घोटाले के आरोप
रानू साहू जून 2021 से जून 2022 तक कोरबा जिले की कलेक्टर थीं और इसके बाद फरवरी 2023 तक उन्होंने रायगढ़ जिले की कलेक्टर के रूप में कार्य किया। इस दौरान डीएमएफ फंड में हुए कथित घोटाले की जांच में उनका नाम सामने आया। ईडी के अनुसार, इस घोटाले के तहत आदिवासी विकास के लिए आवंटित बड़ी धनराशि का दुरुपयोग किया गया। ईडी को जांच के दौरान घोटाले के स्पष्ट प्रमाण मिले, जिसके आधार पर यह कार्रवाई की गई।
DMF Scam : माया वारियर से रानू साहू के संबंध और घोटाले में शामिल होने का शक
रानू साहू के कार्यकाल के दौरान माया वारियर, जो कोरबा में पदस्थ थीं, से उनके करीबी संबंध थे। ईडी को शक है कि इन दोनों के संबंधों के चलते ही कोयला घोटाले में भी माया वारियर की संलिप्तता रही। ईडी ने माया वारियर के कार्यालय और आवास पर छापा मारकर आवश्यक दस्तावेज जब्त किए थे, जिसके बाद माया वारियर को भी गिरफ्तार किया गया।
DMF Scam : ईडी की जांच जारी
ईडी की इस मामले में जांच जारी है, और यह संभावना है कि आने वाले दिनों में घोटाले से जुड़े और भी अधिकारियों या व्यक्तियों के खिलाफ कार्रवाई हो सकती है।