@सुधीर चौहान
सारंगढ़। जिले के बरमकेला स्थित अनुविभागीय अधिकारी सिंचाई विभाग अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है। यहां करीब 45 वर्ष पहले बने कार्यालय भवन एवं कॉलोनी खंडहर होने के कगार पर है। सिंचाई विभाग के अफसरों और कर्मचारियों की लापरवाही कही जाए कि वर्षों से मरम्मत कार्य नहीं होने से कार्यालय के अंदर एवं बाहर की खिड़की- दरवाजे तथा छत की फाल सिलिंग टूट- टूटकर नीचे गिर रहे हैं, वहीं छत लकड़ी व पुराने खप्पर के बने होने के कारण छत पर लकड़ियों में दीमक लग गई और लकड़ी व खप्पर टूटकर नीचे गिरना आम बात हो गई है।
बरमकेला किंकारी जलाशय एवं अन्य बांधों के मरम्मत कार्यों के लिए विभाग के पास दो डंपर मौजूद है पर वह अब कबाड़ में तब्दील होते जा रहे है, वहीं अधिकारी- कर्मचारियों के लिए भी कालोनी के अंदर ही उनके परिवार सहित रहने के लिए निवास कमरे बने हुए हैं, उसकी स्थिति भी बेहद खराब है। मरम्मत के अभाव में भवन की दीवारों कभी गिर सकती है। इससे कभी कोई बड़ा हादसा हो सकता है।
परिसर व गार्डन जंगल-झाड़ियों में तब्दील, फायदा उठा रहे नशेड़ी
कलोनी को बनाते समय कालोनी के संपूर्ण आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर सड़क, पानी, बिजली एवं गार्डन भी बनाया गया था, किन्तु वर्तमान में यहाँ नाली व गार्डन का अस्तित्व ही नहीं रहा और विभगीय लापरवाही के कारण यहाँ के गार्डन में झाड़ियाँ व बड़े- बड़े पेड़ उग आए हैं। जिसमें झाड़ियों का फायदा उठाकर नशेड़ियों का यहां आना-जाना लगा रहता है।