रमेश गुप्ता
बिलासपुर….नियमित रूप से जिले में सरल, सुगम, सुव्यस्थित एवं सुरक्षित आवागमन के सुचारू प्रबंधन हेतु नियमित रूप से लोगों को जागरूक किया जा रहा है साथ ही जहां-जहां आवश्यकता अनुसार सुधारात्मक एवं समाधान कारक प्रयास किये जाने की जरूरत है वहाँ लगातार प्रयास किया जा रहे हैं वहीं यातायात नियमों का उल्लंघन कर यातायात व्यवधान करने वाले उल्लंघनकर्ता वाहन चालकों पर कार्यवाही भी सुनिश्चित की जा रही है।
इसी क्रम में नवीन शिक्षा सत्र के प्रारंभ होने के साथ ही लगातार सभी स्कूलों, कॉलेजो, व्यवसायिक संस्थानों एवं सार्वजनिक निकायों में यातायात के अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा नागरिक समुदाय के विशेष सहयोग से “यातायात की पाठशाला” कार्यक्रम के तहत नागरिक समुदाय के छात्र-छात्राओं, बालको, किशोरों, युवाओ, प्रौढ़ों, वृद्धों एवं नागरिको के प्रत्येक वर्ग को यातायात के प्रति संवेदनशील एवं जागरूक किया जाने हेतु विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से यातायात के नियमों, अधिनियमों एवं अद्यतन जानकारी के बारे में जानकारियां प्रदान की जा रही है।
इसी क्रम में “उन्नत शिक्षा अध्ययन संस्थान (पी जी बी टी कालेज)” लिंक रोड बिलासपुर में शिक्षकों के प्रशिक्षण हेतु संचालित विशेष सत्र को दृष्टिगत रखते हुए शिक्षकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करने एवं उन्हें यातायात पुलिस के संवाहक के रूप में नियुक्त करते हुए “यातायात मित्रों” की भूमिका में सभी स्कूलों में उनके माध्यम से छात्र छात्राओं को यातायात की विशेष पाठशाला चलाये जाने हेतु प्रशिक्षित किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ के पूर्व संस्थान के प्रशिक्षार्थियों के द्वारा संस्थान के मुख्य द्वार पर द्वारा उत्साह पूर्वक अतिथियों का तिलक लगाकर, पुष्पवर्षा और आरती के साथ अतिथियों का स्वागत अभिनंदन किया गया। अतिथियों को संस्थान के प्रशिक्षार्थियों द्वारा अगुवाई कर मुख्य मंच तक लाया गया। तत्प्श्चात प्रशिक्षण रत शिक्षक शिक्षिकाओं के द्वारा माँ सरस्वती वंदना के गुंजन के साथ अतिथियों के द्वारा माँ सरस्वती के छायाचित्र पर पूजा अर्चना कर प्रशिक्षण सत्र का विधिवत शुभारम्भ किया गया।
इसके पश्चात प्रशिक्षण कार्यशाला के संचालक अध्यापक पवन पांडेय के द्वारा मुख्य अभ्यागतों एवं अतिथियों को सम्मानपूर्वक मंचासीन किया गया। सभी अतिथियों का स्वागत पुष्प गुच्छ से किया गया। तत्प्श्चात उद्घोषक के द्वारा स्वागत उद्बोधन में कार्यक्रम के उद्देश्य, रूपरेखा और मुख्य विषय के बारे में अवगत कराया गया।
एक दिवसीय इस विशेष प्रशिक्षण सत्र में कार्यक्रम में 300 से अधिक शिक्षक शिक्षिकाओं ने यातायात के नियमों एवं अधिनियमों की जानकारियां हेतु उपस्थित थी कार्यक्रम के मुख्य अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रामगोपाल करियारे ने शिक्षार्थियों को प्रशिक्षित करते हुए कहा कि छात्र-छात्राओं के जीवन के लिए शिक्षक एक संदर्भ समूह की तरह काम करते हैं शिक्षकों के आचार, विचार, संस्कार बिना किसी शब्द के छात्र-छात्राओं के जीवन को नैतिक रूप से प्रभावित करते हैं। अतः प्रत्येक शिक्षक छात्र-छात्राओं के लिए ज्ञान का प्रकाश स्तंभ होता है इसके इर्द-गिर्द बेहतर और जिम्मेदार नागरिक समाज का विकास होता है अतः शिक्षकों को स्वयं यातायात नियमो का पालन करते हुए प्रत्यक्ष छात्र छात्राओं को यातायात नियमों के पालन हेतु संवेदनशील और जागरूक बनाने में अहम भूमिका निभाने की आवश्यकता है।
ASP रामगोपाल करियारे ने कहा कि वर्तमान में वाहनों की बेतहाशा वृद्धि के कारण प्रत्येक शहरों में यातायात दबाव की स्थिति बनी है अतः प्रत्येक नागरिकों में ट्रैफिक सेंस और यातायात अनुशासन का विकास होना अनिवार्य है ताकि सड़कों पर चलते हुए न सिर्फ स्वयं सुरक्षित हो अपितु अन्य वाहन चालकों के लिए भी किसी प्रकार के जोखिम की स्थिति निर्मित ना हो।
इस विशेष प्रशिक्षण सत्र के दौरान लगभग 300 शिक्षकों ने यातायात के पाठशाला के तहत यातायात के संबंध में संपूर्ण जानकारियां प्राप्त की। इस दौरान तीन अलग अलग संभाग से आये हुए प्रशिक्षण रत शिक्षकों को हजारों छात्र-छात्राओं का धुरी स्थल होने के कारण तीन लाख से भी ज्यादा छात्र छात्राओं तक यातायात संदेश पहुचाने का दायित्व दिया गया।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं ने बड़ी ही तन्मयता और धैर्य के साथ पूरे सत्र तक यातायात विभाग के कार्यप्रणालियों, कार्यशील अधिकारियों कर्मचारियों के दायित्व एवं क्षेत्राधिकार, विभाग के अलग-अलग इकाइयां के कर्तव्य और क्षेत्राधिकार, यातायात विभाग के सामग्र तकनीकी और मानवीय कार्य दक्षता तथा नवोन्मेष प्रणालियों के संबंध में जानकारियां प्राप्त की।
इस दौरान उन्हें यातायात नियमोँ के सूक्ष्म जानकारियों के साथ साथ यातायात विभाग के पॉइंट, ड्यूटी बीट प्रणाली, हाईवे पेट्रोलिंग, इंटरसेप्टर, स्पीडोमीटर, स्पीड राडार गन, क्रेन पेट्रोलिंग, ब्रीथ एनालाइजर, एल्कोमीटर, आई टी एम एस, ए एन पी आर कैमेरा, क्यू आर टी टीम, चालान की प्रक्रिया, अंतर्विभागीय एकीकृत प्रणाली और अन्य सभी उपागमों के सम्बंध में अवगत कराया गया। कार्यक्रम के दौरान उपस्थित समस्त शिक्षक शिक्षिकाओं को यातायात नियमों के पालन हेतु सेवा निवृत्त उप निरीक्षक उमाशंकर पांडेय द्वारा सपथ दिलाई गई।
कार्यक्रम में एएसपी ट्रेफिक रामगोपाल करियारे, से. नि. एस आई उमाशंकर पांडेय, कार्यक्रम अध्यक्षता कर रहे संस्थान के प्राचार्य श्रीमती मीता मुखर्जी, लाइंस क्लब स्माइल के अध्यक्ष रीता राजगीर, जीवधरणी फाउंडेशन के अध्यक्ष विकास वर्मा, आर्यन फ़िल्म के डायरेक्टर रामानंद तिवारी, लाइंस क्लब स्माइल के सचिव डॉ सुरभि राजगीर कोषाध्यक्ष दीप्ति साहू, कार्यक्रम आयोजन एवं निर्देशन, महाविद्यालय की सांस्कृतिक प्रभारी डाॅ.अजीता मिश्रा, संचालन कर्ता पवन पाण्डेय, आभार प्रदर्शन कर्ता डाॅ अजीता मिश्रा, सहायक प्राध्यापक गण एवं 300 से अधिक शिक्षक शिक्षिकाएँ और स्वयं सेवी संस्थाओं के सदस्यगण उपस्थित थी।