सोनपुर के धावक बने विजेता , अबूझमाड़ के कटुलनार और जाटलूर से भी शामिल हुए धावक
फरवरी माह में होगा अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन
नारायणपुर – नारायणपुर जिले में एक बार फिर अबूझमाड़ में शांति बहाली के संदेश और अबूझमाड़ में हो रहे बदलाव को देश दुनिया के सामने रखने के लिए अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन का आयोजन किया जाना है जिसके लिए आज 5 किलोमीटर की दौड़ प्रोमो के तौर पर जिला और पुलिस प्रशासन द्वारा आयोजित किया गया जिसमे सैकड़ों लोगों ने दौड़ लगाई जिसमें 5 साल के बच्चे से लेकर 50 साल के बुजुर्ग भी दौड़े साथ ही सीमा सुरक्षा बल के बीएसएफ के जवानों ने भी दौड़ लगाई । इस दौड़ में विजय होने वाले अबूझमाड़ के कटुलनार, जाटलूर के धावकों ने कहा कि अब हमारा अबूझमाड़ नक्सलियों की दहशत से बदल रहा है गांव तक सड़क निर्माण हो रहे है हमारे अबूझमाड़ के विकास के लिए हमने दौड़ लगाई । अपर कलेक्टर वीरेंद्र बहादुर पंचभाई ने कहा कि अब अबूझमाड़ नक्सलगढ़ के नाम से नहीं बल्कि विकास और यहां की सुंदरता के नाम से जाना जायेगा । वही पुलिस अधीक्षक प्रभात कुमार ने कहा कि अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन का आयोजन पिछले 3 सालों से बंद हो गया था जिसे फिर से शुरू किया जा रहा है क्योंकि हमारा अबूझमाड़ बदल रहा है यहां से नक्सली दहशत और भय से मुक्ति दिलाने पुलिस बेस कैंप खोलकर सड़को का जाल बिछाया जा रहा है ताकि अबूझमाड़ के बाशिंदे भी खुलकर जीवन जी सके और इसी को देश दुनिया के पटल पर अबूझमाड़ की बदलती छवि को सामने लाने के लिए अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन का आयोजन होगा । अबूझमाड़ की सुंदरता और नजारे को निहारने एक बार फिर देश विदेश के लोग अबूझमाड़ पीस हाफ मैराथन में भाग लेकर देखने पहुंचेंगे जिसके लिए जिला और पुलिस प्रशासन से तैयारी शुरू कर दी है जिसका नजारा और युवाओं में जोश आज के दौड़ में देखने को मिला जो देश दुनिया को बता रहा है कि हमारा अबूझमाड़ बदल रहा है ।
नारायणपुर जिले के हाईस्कूल मैदान में आज अबूझमाड़ पीस मैराथन के प्रोमो के लिए आयोजित 5 किमोनीटर की दौड़ में सैकड़ों धावकों ने भाग लिए और अबूझमाड़ में शांति बहाली के साथ विकास के लिए दौड़ लगाई। इस दौड़ में शामिल होने अबूझमाड़ के गांवो से सुबह इस कड़ाके की ठंड के बावजूद लोग बड़ी संख्या में पहुंचे और दौड़ लगाकर अबूझमाड़ से आए युवाओं ने प्रथम स्थान प्राप्त किया जो दर्शाता है कि अबूझमाड़ में लगातार पुलिस बेस कैंपों के विस्तार से अबूझमाड़ के लोगो ने नक्सली भय कम हो रहा है और यहां के लोग भी खुलकर सामने आ रहे है । ग्रामीणों को जिला मुख्यालय से जोड़ने के लिए सड़को का निर्माण कार्य भी तेजी से किया जा रहा है जिस अबूझमाड़ की सुंदरता लाल गलियारे में खो गई थी उस सुंदरता को वापस लाने में तेजी से काम किया जा रहा है ।