Worship of Hartalika Teej : महिलाओं ने भगवान शंकर भोलेनाथ की गौर पूजा के साथ आरंभ किया हरतालिका तीज का पूजन, देखिये Video

Worship of Hartalika Teej :

Worship of Hartalika Teej : महिलाओं ने भगवान शंकर भोलेनाथ की गौर पूजा के साथ आरंभ किया हरतालिका तीज का पूजन

Worship of Hartalika Teej :

 

 

Worship of Hartalika Teej :  सक्ती !  हरतालिका तीज का पूजन महिलाओं ने भगवान शंकर भोलेनाथ की गौर पूजा के साथ आरंभ किया चार प्रकार की कर पूजा महिलाओं द्वारा की जा रही है शाम की संध्या आरती के साथ भगवान भोलेनाथ की पूजा अर्चना कर अपने पति की लंबी आयु के लिए हरितालिका व्रत महिलाओं द्वारा रखा गया अनीता गौतम ने बताया !

Worship of Hartalika Teej :  सुहागिन महिलाएं हरतालिका तीज व्रत पति की लंबी आयु, घर में सुख, शांति और समृद्धि के लिए किया जाता है। भाद्रपद महीने के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का व्रत महिलाएं रखती हैं। इस व्रत के दिन प्रदोष काल में शाम को सूर्य अस्त होने के बाद अपने अपने घरों में महिलाएं एक जुट होकर भोलेनाथ शिव, माता पार्वती और गणेश जी की पूजा की जाती है। माता पार्वती का जन्म पर्वत राजा हिमालय के यहां पुत्री के रूप में हुआ था. वह भगवान शिव को अपना पति मान चुकी थीं और उन्हें पति के रूप में पाने के लिए पार्वती ने तपस्या की. माता पार्वती की हालत देख पिता को चिंता होने लगी और नारद जी को पूरी बात बताई. नारद जी ने देवी पार्वती का विवाह भगवान विष्णु से कराने का निश्चय किया. भगवान विष्णु और पार्वती के पिता हिमालय राज इस विवाह के लिए राजी हो गए.

 

 

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Worship of Hartalika Teej :  किंतु देवी पार्वती विष्णुजी से विवाह नहीं करना चाहती थीं, क्योंकि वो तो शिव को अपना पति मान चुकी थीं. तब पार्वती जी ने अपनी सखी को मन की बात बताई. इसके बाद पार्वती जी की सखियां उन्हें घने जंगल में लेकर चली गई. कहा जाता है कि, भाद्रपद शुक्लपक्ष की तृतीया तिथि के हस्त नक्षत्र में मां पार्वती जी ने रेत से शिवलिंग का निर्माण कर शिव की स्तुति की और रात्रि जागरण भी किया. इतना ही नहीं पार्वती ने अन्न-जल का त्याग कर कठोर तप से भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होकर पार्वती जी को दर्शन दिए और पत्नी के रूप में स्वीकार किया. बाद में पिता हिमराज भी शिव-पार्वती के विवाह के लिए मान गए और दोनों का विवाह कराया इसीलिए महिलाएं भगवान भोलेनाथ जैसे पति पाने के लिए तब से हरितालिका व्रत करती है और अपने पति की लंबी आयु की भगवान भोलेनाथ माता पार्वती से आशीर्वाद प्राप्त करती है

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