Women empowerment : दिल्ली के इंडिया गेट से महिला सशक्तिकरण का संदेश देने निकली सीआरपीएफ की वुमन बाइक रैली पहुंची चारामा

Women empowerment :

आतिशबाजी और पुष्पवर्षा कर वुमन बाइक रैली का किया गया स्वागत

Women empowerment चारामा !  दिल्ली के इंडिया गेट से छत्तीसगढ़ के बस्तर के लिए 9 मार्च को महिला सशक्तिकरण का संदेश देने निकली सीआरपीएफ की वुमन बाइक रैली गुरुवार 23 मार्च को चारामा पहुंची। 50 बाइक में सवार 90 बाइकर्स सीआरपीएफ की महिला जवान जब नगर चारामा पहुंचीं तो उनका नगरवासियों सहित पुलिस विभाग ,पूर्व सैनिक परिषद के पदाधिकारी,नगर के व्यापारी,जनप्रतिनिधिगण, शासकीय कर्मचारी,पत्रकार सभी ने आतिशबाजी और पुष्पवर्षा कर उनका स्वागत किया ।


Women empowerment  नगर से पहले उनका स्वागत रायपुर के बाद अभनपुर,कुरूद,धमतरी,बालोद जिला के पुत्तू ढाबा के बाद नगर मैं हुआ,स्वागत के बाद रैली आगे लखनपुरी से कांकेर ,केशकाल,फरसगांव से कोंडागांव तक देर रात तक पहुंची,जहा प्रत्येक नगर,गांव में उनका स्वागत हुआ,रात्रि कोंडागांव मैं सभी ने विश्राम किया।महिला जवानों सहित उनके साथ चल रहे सभी सीआरपीएफ के जवानों को अपने पास से गुजरता देख सभी का मन उत्साह से भर गया।

Women empowerment सभी उनके साथ समय बिताना चाहते थे।लेकिन कोंडागांव की लंबी दूरी तय करने के लिए समय की कमी के चलते महिला जवान नही रुक सकी।लेकिन सभी जवानों ने सभी स्वागत करने पहुंचे लोगों का हाथ हिलाकर अभिवादन किया ।बाइकर्स की टीम 25 मार्च को सीआरपीएफ के 84 वें राइजिंग डे समारोह में शामिल होगी।महिला जवानों के इस हौसले ने एक संदेश यह भी दिया की आज हम देश वासी पुरुष जवानों के साथ साथ महिला।जवानों के शौर्य के बदौलत अपने घरों में सुरक्षित हैं।

“पहली बार महिला टुकड़ी का इतना लंबा सफर”

बाइक रैली का मकसद महिला सशक्तिकरण की झलक दिखाना है।महिलाएं जगह-जगह स्कूल, कालेज, गांव में रूककर महिलाओं को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं। बाइकर्स की टीम नौ मार्च को दिल्ली से आगरा, ग्वालियर, शिवपुरी, भोपाल, नागपुर, भंडरा होते हुए लगभग 1550 किलोमीटर का सफर तय कर रायपुर पहुंची।बाइकर्स टीम 1848 किलोमीटर का सफर तय कर जगदलपुर पहुंचेगी।सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि 75 महिला बाइकर्स की रैली का उद्देश्य आजादी के 75वां वर्ष को भी मनाना है।

सीआरपीएफ 200 बटालियन की डिप्टी कमांडेंट तारा यादव इस पूरे मिशन को लीड कर रही हैं।

2014 में बनी है बाइकर्स टीम

 

सीआरपीएफ के अधिकारियों ने बताया कि 2014 में बाइकर्स टीम बनाई गई थी, महिलाओं को तीन महीने की ट्रेनिंग दी गई थी, इसके बाद महिलाएं हमेशा राइडिंग में जाती रही हैं।2020 में राजपथ परेड में भी मार्चपास्ट कर चुकी हैं।इतना लंबा सफर पहली बार तय कर रही हैं। इसमें बहुत सारी महिलाएं पहली बार बुलेट चला रही है, उन्होंने एक महीने की ट्रेनिंग दी गई है। महिलाओं के साथ टेक्निशियन, डाक्टरों की टीम भी साथ में चल रही है।

 

महिलाओं को कर रही हैं मोटीवेट

 

महिला कमाडेंट जगह-जगह में रूककर महिलाओं को जीवन में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित कर रही हैं। महिला कमांडेंट अपना उदाहरण देकर महिलाओं को समझाती है कि कुछ नया करने में बहुत बाधाएं आती है, लेकिन मुकाम हासिल करने के बाद जो लोग बाधा डालते है, मजाक बनाते है, वहीं लोग तारीफ करने लगते हैं।

इस दल में 50 बुलेट पर 75 महिला बाइकर्स हैं। इस दल का नेतत्‍व सीमा नाग कर रही हैं। महिला बाइकर्स 1848 किमी की राइडिंग कर जगदलपुर पहुंचेंगी।

56 साल की डिप्टी कमांडेंट तारा यादव ने बताया कि बुलेट चलाना मेरा सपना था। मूलत: हरियाणा के एक छोटे से गांव से हूं, जिसकी वजह से महिलाओं को बाइक चलाने नहीं दिया जाता था। लेेकिन कार चलाने की अनुमति मिल जाती है।महिलाएं आज हर फील्ड में आगे है। 2014 से बुलेट चला रही हूं।जगह-जगह पर स्वागत हो रहा है, इससे बहुत खुशी मिल रही है।

उन्होंने बताया कि सीआरपीएफ की महिला टुकड़ी पहली बार इतने लंबे सफर पर निकली है। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दूसरे दिन 9 मार्च को हमारी टीम दिल्ली के इंडिया गेट से अपने सफर के लिए रवाना हुई।

टीम में 90 बाइकर्स शामिल हैं। बाइकर्स में डिप्टी कमांडेंट, असिस्टेंट कमांडेंट, इंस्पेक्टर, सब इंस्पेक्टर, एएसआई सहित कांस्टेबल रैंक के अफसर और जवान शामिल हैं। तारा बताती हैं कि हमारा उद्देश्य देशभर में महिला सशक्तिकरण का मैसेज देना है। इसके अलावा आजादी का 75वां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है, जिसमें हमारी भागीदारी है।

25 मार्च को बाइकर्स की ये टीम जगदलपुर के करनपुर स्थित सीआरपीएफ कैंप में 84वें राइजिंग डे कार्यक्रम में पिरामिड, आल राउंड डिफेंस, वीआईपी स्लॉट का प्रदर्शन करेगी।

“छत्तीसगढ़ की तीन युवती भी रैली में शामिल, कहा ये हमारे लिए गर्व की बात,”

सीआरपीएफ की महिला टुकड़ी के इस ऐतिहासिक सफर में छत्तीसगढ़ की तीन महिला जवान भी शामिल हैं। 107 बटालियन में शामिल जांजगीर की पुष्पलता, 135 बटालियन की जवान बिलासपुर की प्रीति साहू और बस्तर की सारा कश्यप ने बताया कि ये उनके लिए गर्व की बात है।

मेडिकल से लेकर टेक्निकल स्टॉफ भी साथ

 

सीआरपीएफ की वुमन बाइक रैली के साथ सीआरपीएफ की मेडिकल और टेक्निकल टीम भी साथ चल रही है। 75 बाइक के अलावा 22 अन्य गाड़ियां भी रैली में शामिल हैं। इन गाड़ियों में अन्य स्टॉफ मौजूद है, जो रैली के साथ चल रहा है। किसी भी बाइक के खराब होने पर उसे तत्काल रिप्लेस कर दिया जाता है और टेक्निकल टीम रास्ते में ही खराब हुई बाइक को ठीक कर देती है।

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