अपनी संस्कृति पर हम सबको गौरव की अनुभूति होनी चाहिए : नितीश भारद्वाज

अपनी संस्कृति पर हम सबको गौरव की अनुभूति होनी चाहिए : नितीश भारद्वाज
0 नितीश भारद्वाज को बस्तर की कलाकृति भेंट की: डॉ. पुरुषोत्तम चंद्राकर

 

रायपुर। संस्कार भारती छत्तीसगढ़ के द्वारा स्थानीय गांधी मैदान में आयोजित कार्यक्रम हमारी संस्कृति हमारी पहचान में मुख्य अतिथि टेलीविजन के प्रसिद्ध महाभारत सीरियल में श्री कृष्णा के किरदार से प्रसिद्धि पाने वाले नितीश भारद्वाज को संस्कार भारती के द्वारा छत्तीसगढ़ी परिधान प्रांतीय अध्यक्ष रिखी छत्रिय एवं प्रांतसह महामंत्री डॉ.पुरुषोत्तम चंद्राकर द्वारा स्मृति के रूप में बस्तर की कलाकृति भेंट की गई।
संचालन संस्कार भारती छत्तीसगढ़ के महामंत्री हेमंत माहुलिकर ने किया। कार्यक्रम में मुख्य अभ्यागत रामविचार नेताम, निरंजन पंडा (भोपाल) राष्ट्रीय नाट्य विधा संयोजक संस्कार भारती, अनिल जोशी (रीवा) मध्य क्षेत्र प्रमुख संस्कार भारती नीरज श्रीधर, रंजीत सारथी, रिखी छत्रिय, डॉ.पुरुषोत्तम चंद्राकर, सच्चिदानंद तिवारी (राजा) जिला अध्यक्ष, अंजय मेहता कार्यकारी अध्यक्ष, अनूप तिवारी, सुनील गुप्ता शैलेश गुप्ता, दिवाकर मुखर्जी, अश्विनी गुप्ता, राहुल गुप्ता, धार्मप्रकाश केशरी, अंकित कलवार, जशु केशरी, आकाश तिवारी, मनोज प्रजापति, आदि सहयोगीगण रहे। इस अवसर पर संस्कार भारती के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नितीश भारद्वाज ने कहा कि हमारी संस्कृति हमारी पहचान कार्यक्रम देश भर में चलाया जाएगा जिसकी शुरुआत रामानुजगंज से हो रहा है हम सबको अपनी संस्कृति पर गौरव की अनुभूति होनी चाहिए उन्होंने कहा कि हम सबको नहीं भूलना चाहिए हमारी संस्कृति ही हमारी पहचान है। नितीश भारद्वाज जी ने कहा कि संस्कार भारती के माध्यम से भारत का नागरिक होने के नाते जो मेरा कर्तव्य है उसे लेकर मैं आप सबके बीच आया हूं हमारी संस्कृति हमारी पहचान राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम का शुभारंभ रामानुजगंज की पावन धरा से हो रहा है भारत शब्द पर आपत्ति करने वाले लोग भी भारत में उत्पन्न हो गए हैं हमारी संस्कृति क्या है हमारी सभ्यता क्या है किस प्रकार से वह हमारी पहचान है।
नितीश भारद्वाजने कहा कि रामानुजगंज की पावन धरा से मैं मांग करता हूं कि भारत सरकार अंग्रेजों के दिए गए शब्द इंडिया को हटाए उन्होंने कहा कि इंडिया शब्द बिल्कुल हटना चाहिए इस मांग को पुरजोर तरीके से हर मंच पर उठाता रहूंगा। गीता में श्री कृष्ण ने कहा है मैं भी सनातन हूं। श्री नीतीश ने कहा कि सनातन शब्द को समझना जरूरी है गीता में श्रीकृष्ण ने कहा है कि मैं भी सनातन हूं आत्मा भी सनातन है समाज में जो अचेतन वर्ग है उसकी चेतना को पुन: जागृत करना है। धर्म परिवर्तन के मैं खिलाफ हूं मैं धर्म परिवर्तन के खिलाफ हूं मेरा कहना है कि आपकी अनुकंपा धर्म परिवर्तन के बाद ही क्यों जागृत होती है जो धर्म परिवर्तन करते हैं मेरा उनसे कहना है कि पहले जंगल में जाएं और पहले कुछ पशु पक्षी के धर्म परिवर्तन करके दिखाएं।
कार्यक्रम में सैकड़ो बच्चे राम,कृष्ण, सीता, हनुमान, राधा, शिव, पार्वती, सरस्वती, लक्ष्मी, दुर्गा, गणेश, सबरी, सुदामा, सहित अन्य स्वरूप धारण करके आए थे बच्चों का पुष्प वर्षा के साथ आरती नितीश भारद्वाज के द्वारा किया गया इस दौरान पूर्व मंत्री रामविचार नेताम सहित संस्कार भारती के सभी लोग उपस्थित रहे। संचालन प्रांत महामंत्री हेमंत माहुलीकर ने किया।

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