UNICEF Chhattisgarh बेमेतरा ! अनुविभागीय अधिकारी राजस्व सुरुचि सिंह द्वारा बेमेतरा जिले में लगातार पोट्ठ लईका अभियान चलाया जा रहा है और जिले में इसके सकारात्मक परिणाम भीं दिख रहे है |
इसी क्रम में आज परियोजना के शहर के वार्ड क्रमांक 02 आंगनबाड़ी क्रमांक 01 और खंडसरा परियोजना के ग्राम पंचायत बिलई के आंगन बाड़ी केन्द्रो में पोट्ठ लईका अभियान विस्तृत रूप से मनाया गया। इस अवसर पर परियोजना अधिकारी मनोरमा साहू और लीना दीवान भी उपस्थित थीं।
यह अभियान एक पोषण परामर्श अभियान है जिसमें सप्ताह के प्रत्येक शुक्रवार कों बेमेतरा अनुविभाग के 37 सबसे कुपोषित ग्राम पंचायतों में कुपोषित बच्चों के पालकों को बुलाया जाता है और उनको बच्चों को पोषण मिले इसके लिए क्या खिलाना है और कब खिलाना है, कि समझाईस और सुझाव दिये जाते हैं।
पलकों और बच्चों कों तिरंगा भोजन के बारे हैं बताया जाता है। इस अभियान में यूनीसेफ़ छत्तीसगढ़ भी जुड़ा हुआ है और जिसका प्रशिक्षण कार्यक्रम बेमेतरा में फ़रवरी 2023 में किया जा चुका है।
पोट्ठ लईका अभियान की उपबाब्धियाँ
शहर के आंगनबाड़ी केंद्रों में 32 बच्चे पंजीकृत हैं, जिसमें इस अभियान के अन्तर्गत 3 गंभीर कुपोषित बच्चे थे। पिछले 2 महीनों में ही भोजन और इस अभियान के पोषण परामर्श के कारण 1 बच्चा गंभीर कुपोषित से मध्यम कुपोषित श्रेणी में आ गया हैं और 2 और बच्चे मध्यम से सामान्य श्रेणी में आ गए है | आज इस आंगनबाड़ी में कोई भी गंभीर कुपोषित बच्चा नहीं बचा है।
खण्डसरा परियोजना के बिलई में भी 28 बच्चे पंजीकृत हैं जिसमें भी पिछले 3 महीने में 2 बच्चों को गंभीर कुपोषण की श्रेणी से सामान्य श्रेणी तक लाया गया है।