सिस्टम है कि मानता नही…CM ने स्वीकारा मिली थी अनियमितता की शिकायतें.. सदन में घोषणा दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई


उच्च शिक्षा संचालनालय के अतिरिक्त संचालक डॉ. एचपी खैरवार की अध्यक्षता में पांच सदस्यीय जांच कमेटी गठित की गई है। भाजपा सदस्य ने आरोप लगाए कि भर्ती प्रक्रिया में 40 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को नियम विरुद्ध और रोस्टर का पालन किए बगैर ही नियुक्ति दी गई। उत्तर प्रदेश के 42 साल के व्यक्ति की भर्ती की गई है।

राजस्व निरीक्षक की विभागीय परीक्षा पर घिरे मंत्री, विपक्ष ने किया वॉकआउट

विधानसभा में सोमवार को पटवारी से राजस्व निरीक्षक की विभागीय परीक्षा में हुई गड़बड़ी का मामला गूंजा। भाजपा विधायक राजेश मूणत और अजय चंद्राकर के साथ पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के सवालों पर राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा घिरते नजर आए। इस मामले में विपक्ष ने सीबीआई जांच की मांग की तो सत्तापक्ष ने पूछा कि विपक्ष को सीबीआई पर विश्वास है क्या? इस दौरान सत्ता और विपक्ष के बीच नोक-झोंक भी देखने को मिली है। मंत्री के जवाब से असंतुष्ट विपक्ष ने विस्तार से चर्चा हुई।

प्रश्नकाल में मूणत ने विभागीय परीक्षा में गड़बड़ी का मुद्दा उठाया। इस पर राजस्व मंत्री ने बताया कि गड़बड़ी की शिकायत आने के बाद पांच सदस्यीय जांच टीम गठित की गई थी। जांच में अनियमितता पाई गई है। वास्तविक दोषी तक पहुंचकर कार्रवाई करेंगे साली और जीजा, भाई-भाई एक साथ बैठे थे। अनियमितता के बाद भी कार्रवाई क्यों नहीं हुई।



मंत्री ने कहा कि जनवरी 2024 में परीक्षा हुई और फरवरी में रिजल्ट आया। मंत्री के इस जवाब के बाद सदन में जोरदार हंगामा।
अफसरों की कमेटी कर चुकी है गड़बड़ी की जांच, छत्तीसगढ़ में राजस्व निरीक्षक पद पर पदोन्नति के लिए विभागीय परीक्षा में गड़बड़ी के मामले की जांच ईओडब्ल्यू को सौंप दी गई है। राजस्व मंत्री टेकराम वर्मा ने विधानसभा में आश्वस्त किया कि ईओडब्ल्यू जांच आगामी सत्र से पहले में किसी भी दोषी को बख्शा नर्म मामले जाएगा। जांच रिपोर्ट के आधार पर ठोस कार्रवाई की जाएगी।


राजस्व मंत्री ने स्वीकार किया कि गलत तरीके से परीक्षा ली गई और भारी अनियमितताओं की शिकायतों का दौर चला है। सामान्य प्रशासन विभाग को पत्र लिखकर 5 सदस्यीय कमेटी बनाई गई। भाई-भाई के एक जगह बैठने से लेकर रिश्तेदारों के बैठने की बात सामने आई।
भूपेश बघेल ने राजस्व मंत्री से पूछा कि यह परीक्षा कब हुई। क्या आपकी सरकार आने के बाद हुई है। इस पर राजस्व मंत्री ने कहा कि पदोन्नति प्रक्रिया सितंबर 2023 में शुरू हुई। वहीं जनवरी 2024 में परीक्षा हुई और फरवरी में रिजल्ट आया। सीबीआई जांच की मांग को लेकर सदन में नारे लगाए। वहीं मंत्री के जवाब से असंतुष्ट होकर विपक्ष ने सदन से वॉकआउट किया।

पटवारी से राजस्व निरीक्षक के पद पर पदोन्नति के लिए हुई विभागीय परीक्षा में बेहद सुनियोजित ढंग से भ्रष्टाचार को अंजाम दिया गया। इस मामले में सचिव स्तरीय पांच सदस्यीय कमेटी की रिपोर्ट में बेहद चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। राजस्व विभाग के कुछ अफसरों मिलकर यह कारनामा कर दिखाया। पटवारियों दस लाख रुपए लेकर दरका गया। ऐसे कुछ लोगों को पदोन्नत करने पूरा खेल खेला गया। इनमें पति-पत्नी समेत साली, भाई-भाई से लेकर अन्य परीक्षार्थियों के परिजनों को बिठाकर धांधली की गई। इसी तरह निर्धारित सेवाकाल की अर्हता पूरी किए बिना ही एक प्रशासनिक अधिकारी के रिश्तेदार को भी पदोन्नति दे दी गई।

पीडब्ल्यूडी की सब इंजीनियर भर्ती परीक्षा में हाईटेक नकल के मामले में पकड़ी गई दोनों बहनों को सोमवार को न्यायाधीश कृष्ण मुरारी शर्मा के कोर्ट में पेश किया गया। यहां से दो दिन की रिमांड पर पुलिस को सौंपा गया I इन दो दिनों में पुलिस उनसे पूछताछ करेगी। केस की जांच के लिए एसएसपी रजनेश सिंह ने दो टीम बनाई है। नकल में लिए इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस अमेजन से करीब 30 हजार रुपए में ऑनलाइन खरीदे थे और यूट्यूब से इनके चलाने के बारे में जानकारी हासिल की। परीक्षा देने आई आरोपी अनु सूर्या के अनुसार वह डिवाइस को लेकर भीतर जरूर गई, पर नकल करने की उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी। डिवाइस को छोड़ने वह अपनी बहन के पास बाहर आने वाली थी, पर परीक्षा केंद्र में किसी महिला कांस्टेबल की ड्यूटी नहीं लगने से उसकी हिम्मत बढ़ गई और वह डिवाइस के साथ बैठ गई। दोनों बहने अंडमान निकोबार में रहती थीं, आरोपी बहनें मूल रूप से कुनकुरी की रहने वाली हैं। पिता किसान हैं। वे यहां खेती-किसानी करते हैं। उनका एक भाई है, जो अंडमान निकोबार में प्राइवेट कंपनी में जॉब करता है। दोनों बहनें उसी के साथ अंडमान निकोबार में रहती थीं। कुछ दिन पहले ही पिता के घर कुनकुरी आई थीं।


पुलिस ने अन्नू सूर्या से हिडन कैमरा व माइक्रो स्पीकर तथा अनुराधा सूर्या से टैबलेट, वॉकी-टॉकी, मोबाइल व अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस जब्त किए हैं।
मामले में केंद्राध्यक्ष पी. मंडल की रिपोर्ट पर बीएनएस की धारा 318 (2), 112(2), 61 (2) के साथ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम 2000 की धारा 72, छत्तीसगढ़ सार्वजनिक परीक्षा अधिनियम 2008 (अनुचित साधन का निवारण) की धारा 9 के तहत कार्रवाई की गई है।
पीडब्ल्यूडी में असिस्टेंट इंजीनियर की परीक्षा में नकल मारते पकड़ी गई जशपुर की परीक्षार्थी अनू सूर्या ने सिविल इंजीनियरिंग में बीटेक किया है। जशपुर हरिभाम फॉलोअप से प्रारंभिक पढ़ाई करने के बाद उसने अंडमान से इंजीनियरिंग पूरी की। युवती जेईई और दूसरी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रही थी। लगातार परीक्षाओं में चयन नहीं होने पर शेष पेज 5 पर वाकी टाकी से लेकर, माइक्रो कैमरा, ब्लूटुथ डिवाइस और दूसरे सामान आनलाइन मंगाए थे I
परीक्षार्थी अन्नू सूर्या जशपुर से अपनी बहन के साथ कार में बिलासपुर आई थी। परीक्षा केंद्र के अंदर पहुंचने के बाद उसने बाथरूम में जाकर टैबलेट और वॉकीटॉकी से नकल कराने का सेटअप तैयार किया। हालांकि क्लास रूम में पहुंचने के बाद यह वाकीटाकी डिस्कनेक्ट हो गया और बाहर बैठी अपनी बहन से उसका संपर्क टूट गया। इसके बाद अन्नू सूर्या परीक्षा शुरू होने के थोड़ी देर बाद फिर बाथरूम पहुंची और फिर से डिवाइस को कनेक्ट करने की कोशिश की लेकिन असफलता हाथ लगी। इससे परीक्षार्थी एक भी प्रश्न का नकल नहीं कर सकी और पकड़ी गईI

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