मजदूर बनते कारीगर समाज पर बाजारवाद का आतंक
– अशोक सिंह कारीगर शब्द उस व्यक्ति के लिए इस्तेमाल होता है जो जीवनोपयोगी वस्तु की निर्माण क्रिया से जुड़ा है। कारीगर से तात्पर्य हुनरमंद व्यक्ति से ही लिया जाता रहा है। आधुनिक उद्योगों की स्थापना के साथ मजदूर शब्द का इस्तेमाल प्रचलित हुआ। आधुनिक उद्योगों में निर्माण क्रिया से सीधे जुड़े सभी लोगों को […]
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