(Shankaracharya) भगवान् के नाम में हैं पापों के सर्वनाश की शक्ति : शंकराचार्य 

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(Shankaracharya) भगवान् का नाम लेने से सारे पाप हो जाते हैं नष्ट 

(Shankaracharya) बेमेतरा। ‘परमाराध्य’ परमधर्माधीश उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु श्रीश्री शंकराचार्य जी स्वामिश्रीः अविमुक्तेश्वरानन्दः सरस्वती ‘1008’ अपने प्रवास के सप्तम दिवस व्यासपीठ से कहा भगवान् के नाम में पापों के सर्वनाश की शक्ति है। चाहे कितना भी बडा पापी हो यदि वह भगवान् का नाम ले ले तो उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं। कहते हैं कि भगवान्‌ के नाम में इतने पापों के नाश करने की शक्ति है कि उतने पाप पापी कर ही नहीं सकता।

उन्होंने भागवत में वर्णित अजामिल की कथा का सुनाते हुए कहा कि अजामिल ने अपने जीवन में अनेक घोर पाप किए थे लेकिन जब उसकी मृत्यु हुई तो भगवान् के पार्षद विमान लेकर उसके पास पहुँच गये और उसे अपने साथ ले गये। उसने जीवन भर पाप किया था लेकिन नारायण नाम के उच्चारण मात्र से वह भगवान् के लोक में जाने का अधिकारी हो गया।

(Shankaracharya) पूज्य शंकराचार्य जी ने कहा कि लोग यह प्रश्न पूछते हैं कि अजामिल ने तो अपने पुत्र का नाम नारायण रख लिया था। उसने भगवान् का नाम सीधे तो नहीं लिया तो फिर वह भगवान् के लोक में कैसे गया ? तो इसका उत्तर यह है कि जैसे अग्नि को चाहे आप जानकर स्पर्श करो या अनजाने में वह तो जलाएगी ही। ऐसे ही भगवान् का नाम चाहे जानकर लो या अनजाने में वह हमारा कल्याण ही करती है।

आगे कहा कि भारत के लोग भगवान् के नाम के माहात्म्य को जानते रहे हैं। इसीलिए आज भी अनेक लोगों के नाम भगवान् के नाम पर ही रखे मिलते हैं। लोग यह सोचते हैं कि नाम लेने के ही बहाने सही भगवान् का नाम तो मुख से निकलेगा। इसलिए माता-पिता को भी अपने बच्चों के नाम भगवान् के नाम पर ही रखने चाहिए।


(Shankaracharya) छत्तीसगढ़ वासियों को शंकराचार्य जी ने दिया सवा लाख शिवलिंग स्थापना का अवसर – विधायक आशीष छाबड़ा

बेमेतरा। श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सप्ताह का आज 7वां दिन है वही कार्यक्रम के आयोजक आशीष छाबड़ा ने आज लोगों को संबोधित किया उन्होंने कहा कि हम सौभाग्यशाली हैं कि हमें शंकराचार्य महाराज के श्री मुख से भागवत कथा श्रवण का अवसर मिला है। पहले दिन की तरह ही आज भी यह कहना चाहूंगा कि इतिहास में, जब भी यह पूछा जाएगा कि शंकराचार्य महाराज ने पहला भागवत कथा कहां किया था, तो बेमेतरा का नाम लिया जाएगा।

(Shankaracharya) शंकराचार्य महाराज जी छत्तीसगढ़ में 18 पुराण और 18 उपपुराण करने जा रहे हैं, जिसकी शुरुआत उन्होंने बेमेतरा से की है। मंच पर कई संत गण मौजूद हैं, जिनके श्रीमुख से ज्ञान की बातें सुन रहे हैं, जिससे जीवन को बेहतर बनाने का अवसर मिल रहा है। वही सलधा लक्षेश्वर धाम में सवा लाख शिवलिंग की स्थापना की जा रही है।

शंकराचार्य जी चाहते तो उनके एक आदेश पर पूरे देश से लोग यहां शिवलिंग की स्थापना करा सकते थे। उन्होंने अवसर छत्तीसगढ़ के लोगों को दिया। छत्तीसगढ़ वासी लगातार अपने और परिवार के नाम से शिवलिंग की स्थापना करा रहे हैं। वही, आज कई लोगों ने अपना नाम दिया है। आपसे निवेदन है कि आप भी धर्म के इस काम में अपनी आहुति दें। यही श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ सप्ताह कथा का समापन हुआ।

गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा

छत्तीसगढ़ गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू शंकराचार्य महाराज का आशीर्वाद लेने पहुंचे, उन्होंने कहा कि हम छत्तीसगढ़ वासी बड़े सौभाग्यशाली हैं। उन्होंने विधायक आशीष छबड़ा का आयोजन के लिए बधाई दिया।

कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा

(Shankaracharya) छत्तीसगढ़ के कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने शंकराचार्य महाराज के दर्शन कर कहा कि हमारा सौभाग्य है कि शंकराचार्य के श्री मुख से भागवत कथा का श्रवण कर रहे हैं और उनके चरण वंदन करने का लाभ भी हमें मिल रहा है। कलयुग सनातन धर्म में यह मान्यता है कि श्रीमद्भागवत कथा ही भगवान का साक्षात अवतार है हमारे सनातन में यह मान्यता है शंकराचार्य भगवान ही भगवान के अवतार हैं।

इस संसार में भगवान का सीधा दर्शन नामुमकिन है, लेकिन व्यासपीठ में विराजमान जगद्गुरु शंकराचार्य जी के दर्शन से साक्षात भगवान का दर्शन हो रहा है। एक तो व्यासपीठ में आप विराजमान है, दूसरा शंकराचार्य अभिषेक होने के बाद श्रीमद् भागवत कथा का पहला कथा हम सबको श्रवण करने का अवसर मिला, तीसरा सौभाग्य है कि जिसको हम पूरे सनातन धर्म में धर्म सम्राट कहते हैं, स्वामी करपात्री जी महाराज का इसमें विरासत है।

ब्रज के बाद छत्तीसगढ़ दूसरा ऐसा स्थान है जहां पर गुरुदेव जी महाराज हमेशा आते रहे हैं। ब्रज भूमि के बाद सबसे ज्यादा भक्तिभाव वाला क्षेत्र है और इस क्षेत्र में हमेशा उनका आशीर्वाद रहा है आपका भी आशीर्वाद हम लोगों के ऊपर इस तरह से बना रहे।

रामसुंदर दास महाराज अध्यक्ष गौसेवा आयोग छत्तीसगढ़ शासन

(Shankaracharya) हमारा सौभाग्य है कि शंकराचार्य भगवान जी व्यासपीठ पर विराजमान है और उनके श्रीमुख से हमें श्रीमद्भागवत कथा का समन हो पा रहा है, जब तक द्वी पीठाधीश्वर शंकराचार्य महाराज हमारे बीच उपस्थित रहे उनका छत्तीसगढ़ से बेहद ही लगाव रहा है।

मुख्य यजमान सहित हजारों की रही मौजूदगी

आज के आयोजन में मुख्यरूप से ताम्रध्वज साहू गृहमंत्री छत्तीसगढ़ शासन, रविन्द्र चौबे कृषि मंत्री छत्तीसगढ़ शासन, रामसुंदर दास महाराज अध्यक्ष गौसेवा आयोग, आशीष छाबड़ा विधायक बेमेंतरा, थानेश्वर साहू , अर्जुन तिवारी पंडरिया,आचार्य राजेन्द्र शास्त्री, ब्रह्मचारी ब्रह्मविद्यानन्द, ब्रह्मचारी इंदुभावनन्द, ब्रह्मचारी शारदानंद, साध्वी पूर्णाम्बा, साध्वी शारदाम्बा, डॉ पवन कुमार मिश्रा धर्मालंकार, मुख्य यजमान सुरेंद्र किरण छाबडा, विनु छाबड़ा, चंद्रप्रकाश उपाध्याय विशेष कार्याधिकारी ज्योतिर्मठ, ब्रह्मचारी ज्योतिर्मयानंद, अशोक साहू शंकराचार्य मीडिया प्रभारी, ब्रह्मचारी केशवानन्द, ब्रह्मचारी हृदयानंद, ब्रह्मचारी परमात्मानंद, हजारो के संख्या में श्रोतागण उपस्थित रहे।

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