Self help group नए विकास की ओर मदनपुर, महिलाएं बना रही हैं हर्बल गुलाल
Self help group गरियाबंद ! गरियाबंद के अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत मदनपुर में स्व सहायता समूह की महिलाओं के द्वारा हर्बल गुलाल बनाया जा रहा है । जो पूरी तरह से प्राकृतिक है और चेहरे और स्वास्थ्य के लिए सुरक्षित है । हरी धनिया, पालक ,चुकंदर ,पुदीना, गुलाब ,गेंदा, पलाश , अपराजिता के फूलो से स्व सहायता समूह की महिलाओं ने स्थानीय प्राकृतिक सामग्री का उपयोग करके हर्बल गुलाल का उत्पादन किया है जो न केवल पर्यावरण के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ावा दे रहा है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी उत्तम है । हर्बल गुलाल के निर्माण में 2 से 3 दिन का समय लग जाता है इस दौरान फूल इकट्ठा करने से लेकर उसकी पिसाई ,मिलावट और उसको सुखाने सुगंध मिलाने से लेकर पैकिंग तक का कार्य किया जाता है ।
Self help group गुलाल निर्माण मे 60 प्रतिशत की लागत आ जाती है । जो 40 प्रतिशत राशि बचती है उसे समूह के महिलाएं जरूरत के समय एक दूसरे को देती है । समूह की अध्यक्ष ज्योति साहू ने बताया कि पिछले 3 सालो से गुलाल का निर्माण कर रहे है और हर साल मांग बढ़ती जा रही है ।
Self help group हालांकि लोगो मे हर्बल गुलाल के प्रति अब जागरूकता बढ़ रही है मगर फिर भी जितनी मांग होना चाहिए उतनी नही है ।बाजार में बिकने वाले गुलाल और हर्बल गुलाल में अंतर करना पाना बहुत आसान है । बाजार में बिकने वाले गुलाल में जो रासायनिक कलर मिलाए जाते हैं उससे कैंसर का खतरा बना रहता है जबकि हर्बल गुलाल को नेचुरल तरीके से बनाकर सुखाकर हल्की धूप दिखाने के बाद पैक किया जाता है जिसके चलते वह हल्के रंग का होता है जो बाजार में बिकने वाले और हर्बल गुलाल को आसानी से पहचाना जा सकता है ।
स्व सहायता समूह से हो रहे आर्थिक लाभ और नवाचार को लेकर उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में महिलाओं ने प्राकृतिक ज्ञान और उद्यमिता के साथ मिलकर सक्षमता का संग्रह किया है इसके माध्यम से ही महिलाओं ने अपने स्वालंबन की ओर एक महत्वपूर्ण कदम बढ़ाया है जिससे वह अपने और अपने परिवार के लिए नई संभावना की दिशा में आगे बढ़ रहे है ।