Scientists of Chhattisgarh : छत्तीसगढ़ के वैज्ञानिकों ने बनाया देश का पहले बॉयोमार्कर किट……पढ़े पूरी खबर

Scientists of Chhattisgarh :

Scientists of Chhattisgarh :  कोविड-19 गंभीरता का अनुमान लगाने वाला उपकरण

 

Scientists of Chhattisgarh :  रायपुर !   छत्तीसगढ़ के वैज्ञानिकों ने देश के पहले बॉयोमार्कर किट, कोविड-19 की गंभीरता का अनुमान लगाने वाला उपकरण विकसित कर चिकित्सा क्षेत्र में ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है।


छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में डॉ. भीमराव अंबेडकर अस्पताल की मल्टी-डिसिप्लिनरी रिसर्च यूनिट (एमआरयू) के वैज्ञानिकों ने यह किट विकसित किया है, जो कोविड-19 संक्रमण की गंभीरता का प्रारंभिक चरण में ही सटीक अनुमान लगाने में सक्षम है। इस किट की मदद से डॉक्टर यह तय कर सकेंगे कि मरीज को अस्पताल में भर्ती करना आवश्यक है अथवा वह केवल दवाइयों के माध्यम से घर पर ही ठीक हो सकता है। इसके अलावा किट के जरिए यह भी पता लगाया सकता है कि मरीज को किस प्रकार की दवाइयों की जरुरत होगी, जिससे इलाज को और अधिक प्रभावी तथा सुरक्षित बनाया जा सकेगा।

Related News


मुख्य वैज्ञानिक डॉ. जगन्नाथ पाल और उनकी टीम ने इस किट को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी है।
डॉ. पाल ने बताया कि यह रिसर्च कोविड-19 की पहली लहर के दौरान शुरू की गयी थी और इसके विस्तृत रिपोर्ट हाल ही में साइंटिफिक रिपोर्ट्स पत्रिका में प्रकाशित हुए हैं। इस किट को भारतीय और अंतर्राष्ट्रीय पेटेंट के लिए भी आवेदन किया गया है।

Policeman : पुलिस जवान ने बैरक में खुद को मारी गोली


Scientists of Chhattisgarh : डॉ. पाल ने बताया कि कोविड महामारी के दौरान यह समझना बेहद कठिन था कि किन मरीजों को तुरंत अस्पताल में भर्ती कराने की जरुरत है और किन्हें घर पर ही इलाज दिया जा सकता है। इसी चुनौती को देखते हुए यह बायोमार्कर किट विकसित की गयी , जो क्यू पीसीआर (क्वांटिटिव पीसीआर) आधारित परीक्षण पर आधारित है और 91प्रतिशत संवेदनशीलता और 94 फीसदी विशेषता के साथ सटीक परिणाम प्रदान करती है। इस शोध में एमआरयू की वैज्ञानिक डॉ. योगिता राजपूत ने भी अहम योगदान दिया।

Related News