Sakti Crime : भाई के हत्यारे को आजीवन कारावास एवं सश्रम कारावास की सजा

Sakti Crime :

Sakti Crime :  भाई के हत्यारे को आजीवन कारावास एवं सश्रम कारावास की सजा

 

Sakti Crime : सक्त़ी .अपर जिला एवं सत्र न्यायालय के एजीपी. ऋषिकेश चौबे से मिली जानकारी के अनुसार रिपोर्ट कर्ता  संतोषी बाई ने थाना जैजैपुर में सूचना दिया कि उसके पति तथा जेठ नंदकुमार हमेशा छोटी-छोटी बात पर लड़ाई झगड़ा होते रहते हैं।

Sakti Crime : 2 दिन पहले जेठ नंद कुमार ग्राम तुषार उसके घर में दो कट्टी चावल और 5000 रु उसके सामने से उठाकर घर ले गया था। छोटेलाल एवं उसका लड़का सब खाना खाकर रात्रि के समय घर के बाहर आंगन में एक ही खाट पर सोए थे तभी रात्रि लगभग 1:00 बजे जेठ आरोपी नंदकुमार आया तथा बगल में सो रहे भाई छोटे लाल की गर्दन में फरसा मार कर चोट पहुंचाया।

पति के चिल्लाने पर वह उठ गई और देखी कि जेठ नंद कुमार उसके पति को फरसा से मार रहा था। पति ने रोकने का प्रयास किया उसके दाएं हाथ में भी गहरा चोट लगा। वह अपने बच्चों को लेकर उठी तो नंद कुमार उसे मारने के लिए दौड़ाया तब वह वहां से भागी और आसपास के घर में जाकर लोगों को सूचना दी।

उक्त सूचना के आधार पर थाना जैजैपुर में मर्ग कायम कर विवेचना में लिया गया । जांच में गवाहों का बयान लिया गया, आरोपी के विरुद्ध अपराध क्रमांक 89/2022 धारा 302 भारतीय दंड संहिता के तहत प्रथम सूचना पत्र लिखा गया।

लाश का पंचनामा तैयार कर पोस्टमार्टम किया गया अभियुक्त नंद कुमार को गिरफ्तार कर बयान लिया गया तथा प्रकरण में प्रयुक्त लोहे का फरसा एवं कपड़ा आरोपी से जप्त किया गया।

न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी जैजैपुर के न्यायालय में पेश किया गया कमीटल बाद केस द्वितीय अपर सत्र न्यायालय सक्ती में चला। शासन की ओर से कुल 11 गवाहों को अदालत में पेश किया गया।

आरोपी नंद कुमार का कहना था कि मृतक की पत्नी का प्रेम संबंध एक लड़के के साथ था जिसकी जानकारी आरोपी के छोटे भाई मृतक छोटेलाल को हो गई थी, संतोषी अपने पति को छोड़कर लड़के के साथ चली गई थी, उक्त लड़के ने मृतक छोटेलाल को जान से मारने की धमकी दिया था। आरोपी को झूठा फसाया गया है, उसने हत्या नहीं किया है वह निर्दोष है।

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आरोपी द्वारा लोहे के फरसा से अपने भाई की हत्या किया है आरोपी के द्वारा हत्या किए जाने का पर्याप्त सबूत है आरोपी को कठोर से कठोर दंड से दंडित करने का निवेदन किया गया, दोनों पक्षों को सुनने के पश्चात द्वितीय अपर सत्र न्यायालय के पीठासीन अधिकारी डॉक्टर ममता भोजवानी ने निर्णय सुनाते हुए आरोपी नंदकुमार को धारा 302 भारतीय दंड विधान के लिए आजीवन कारावास एव 5000 रु .के अर्थदंड से धारा 25,27 आर्म्स एक्ट में 3 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 1000 के अर्थदंड तथा 4 वर्ष के सश्रम कारावास एवं 1500 रु.के अर्थदंड से दंडित किया है छ. ग. शासन की ओर से शासकीय अधिवक्ता/ अपर लोक अभियोजक ऋषिकेश चौबे ने पैरवी किया है।

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