Sakti : सक्ती शहर सट्टा खेल के नाम से मशहूर सट्टा खाईवाल सक्रिय महादेव आइ डी की राह पर चल रहा है सट्टा
Sakti : सक्ती ! विधानसभा चुनाव में सत्ता परिवर्तन के बाद प्रदेश के उप मुख्यमंत्री व गृह मंत्री विजय शर्मा ने लगातार प्रशासनिक समीक्षा बैठक लेकर अवैध कारोबार में संलिप्त लोगों के खिलाफ कार्रवाई के साथ अवैध कारोबार को बंद करने की चेतावनी दी जा रही है। इसके बावजुद अवैध कारोबार रुकने का नाम नहीं ले रहा है। सट्टा खेल के नाम से मशहूर सक्ती नगर के हर वार्ड में सट्टा पट्टी खाईवाल सक्रिय है।
Sakti : सट्टा खाई वालों की गतिविधि देख ऐसा लगता है कि मानो सट्टा पूर्णता बंद हो गया हो पर ऐसा नहीं है। सट्टा खाईवाल इतने चतुर और शातिर हो चुके हैं कि सिर्फ सट्टा खेलने वाले लोगों को ही यह पता है कि कहां पर सट्टा संचालित एवं किस आइ डी पर हो रहा है। लिखने और खाने वाला कौन है क्योंकि सट्टा खेल का संचालन अब अंडरग्राउंड कर दिया गया है। सट्टा लिखने वाले कुछ लोग चिन्हित जगहों पर नहीं अब घूम-घूम के फोन के माध्यम से लिख रहे है जो कि पुलिस के पकड़ से दूर है।
नव पदस्थ आईपीएस अंकिता शर्मा के आने से ऐसा लग रहा था नगर में पूरे सट्टा को लगाम लगेगा परंतु ऐसा नहीं हुआ बल्कि गांव-गांव में पेट जमा कर नए युवाओं को अपने मकड़ जाल में सटोरिया फंसा रहे हैं जिससे घर की आर्थिक स्थिति खराब हो रही है और युवा वर्ग अपराध के दलदल में धंसते नजर आ रहा है जुआ,सट्टा पर प्रदेश के गृहमंत्री के द्वारा आईजी एसपी को सख्त निर्देश देते हुए कहा गया है अगर क्षेत्र में सट्टा का अवैध कारोबार की जानकारी और शिकायत प्राप्त होगी तो कार्रवाई होगी इसके बाद भी सक्ती नगर में सट्टा थमने का नाम नहीं ले रहा है कुछ पालकों द्वारा नाम नहीं लिखने के शर्त पर बताया गया हमारे बच्चे इस सट्टे के मक्कड़ में ऐसे फस गए हैं !
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हमारे घर बर्बादी की ओर चले गए हैं पुलिस व प्रशासन अवैध कारोबार को अंकुश लगाने की चेतावनी दे रहे है पर इसका असर नहीं दिख रहा है पुलिस सट्टा के कार्रवाई में छोटे-मोटे कार्रवाई कर अपनी पीठ थपथपा रही है परंतु असली जड़ तक पहुंच पाने में नाकामयाब रही है जब तक असली जड़ तक पुलिस नहीं पहुंचती तब तक सट्टा मुक्त शक्ति नहीं हो सकता।