Rajdhani Raipur : मेडिकल कालेज में दास्तान ए कबीर का आयोजन : जिंदगी की चादरिया अनमोल है इसे घमंड से व्यर्थ न करें

Rajdhani Raipur :

Rajdhani Raipur घमंडी लड़के को कबीर ने शांत मिजाज से उसे रास्ते पर लाया…..

 

 

Rajdhani Raipur रायपुर। राजधानी रायपुर में शनिवार को दास्तान ए कबीर का आयोजन किया गया…कार्यक्रम अटल बिहारी बाजपेयी, मेडिकल कॉलेज सभागार में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के बतौर मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शामिल हुए वहीं विशिष्ठ अतिथि विधायक सत्यनारण शर्मा मौजूद रहे… दास्तान ए कबीर में देश के मशहूर किस्सा गो हिमांशु बाजपेयी, प्रज्ञा शर्मा ने कबीर के कई किस्से सुनाए। वहीं अजय टिपानिया और वेदांत भारद्वाज ने संगीतमय प्रस्तुति देकर सभी का मन मोह लिया।

वहीं कबीर के दास्तान सुना कर सभी का खूब वाहवाही और तालियां बटोरी …..इसमें एक दास्तान ऐसा की जब कबीर कुछ वास्तु को लेकर बाजार जाते हैं तो वहां वह एक मजलूम व्यक्ति को देखते हैं जो गरीब था उसके तन पर एक कपड़ा भी नहीं था जिसे लोग देख तो रहे थे लेकिन इसके मदद के लिए कोई नहीं आया। लेकिन जब कबीर का नजर उस पर पड़ा तो जो कपड़ा बेचने आए थे वह उनको मुफ्त में देकर घर आ गए। इसपर उनके पिता बहुत नाराज हुए और माजरा जानने की कोशिश किया तो कबीर ने सबकुछ साफ साफ बता दिया। एक किस्सा और सुनाया जिसमे कबीर के आस पास एक घमंडी लड़का रहता है उस लड़के के पास बहुत पैसा था लेकिन कबीर के सुकून भरी जिंदगी को देख बहुत जलता था वह हमेशा यह सोचता था कि यह जुलाहा कपड़े बुनता वह इतना सुकून से कैसे रहता है। एक दिन वह घमंडी लड़का तलवार लिए कबीर के पास आता है और एक चादर मांगता है इस चादर का दाम पूछता है कबीर पांच टका बताता है।

 

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फिर वह लड़का तलवार से को बीच से काट देता है उसके बाद फिर चादर का दाम पूछता है कबीर फिर उसका दाम उतना ही बताने हैं जितना पहले बताया था। इसके बाद लड़का फिर चादर और टुकड़े कर देता है यानी चादर को पूरे टुकड़े करके नष्ट कर देता है और पूछता है अब बताओ सादर का दाम क्या है इस पर कबीर ने बहुत सादगी से जवाब देते हुए कहा कि अब इसकी कीमत तुम नहीं पाओगे इस पर उस लड़के ने गुस्से में पूछा कि मैं इसका दाम क्यों नहीं दे सकता तो कभी ने कहा कि इसे बनाने से पहले इस रेशम को किसान ने तैयार किया है हम अगर उसका हक नहीं दे सकते दो तुम इसका कीमत क्या दे सकते हो इस पर उस घमंडी लड़के को अकल आई और कबीर से माफी मांगना और कहा कि आगे मैं ऐसा कभी नहीं करूंगा !

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