Pt.Jawahar Nehru Utkarsh Yojana पं.जवाहर नेहरू उत्कर्ष योजना के चयन प्रक्रिया में धांधली

Pt.Jawahar Nehru Utkarsh Yojana

Pt.Jawahar Nehru Utkarsh Yojana कलेक्टर से शिकायत जांच की मांग

 

 

Pt.Jawahar Nehru Utkarsh Yojana भानुप्रतापपुर। पं.जवाहर नेहरू उत्कर्ष योजना के तहत प्रवेश प्रक्रिया में धांधली किये जाने का मामला सामने आया है। इस योजना के तहत गरीब वर्ग के बच्चों को उत्कृष्ट शिक्षा प्रदान कर उनकी प्रतिभा को निखारना है, पर कांकेर जिले में विभाग के लापरवाही के चलते ग्रामीण अंचलों के गरीब परिवार को इस योजना का लाभ नही मिल पा रहा है। कलेक्टर को लिखित आवेदन देते हुए प्रवेश प्रक्रिया पर निष्पक्ष जांच करते हुए व सम्बंधित पर उचित कार्यवाही की मांग की गई है।

बता दे कि शासन द्वारा यह योजना गरीब वर्ग के बच्चों के लिए शुरू की गई है। ऐसे वर्ग जिनकी वार्षिक आय ढाई लाख से अधिक न हो लेकिन कांकेर जिले में अधिकारियों के मेहरबानी के चलते अधिकांश ऐसे छात्रों का चयन किया गया है, जिनके पालक शासकीय सेवा में है जिनका आय भी पांच लाख से अधिक है।

योजना उद्देश्य आर्थिक परेशानियों की वजह से पालक अपने बच्चों को उत्कृष्ट विद्यालय में शिक्षा देने में असमर्थ रहते है। इन्हीं परेशानियों काे देखते हुए जवाहर उत्कर्ष योजना चयन परीक्षा के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में छिपे प्रतिभाओं को निखारा जाता है ताकि बच्चें अपने योग्यता व काबिलियत को दिखा सकें।

Pt.Jawahar Nehru Utkarsh Yojana  बांगाचार निवासी ग्रामीण गुलाब राम बघेल ने जानकारी देते हुए बताया कि मैं गरीब परिवार से हूँ बच्चों को अच्छी शिक्षा मिल सके इसलिए पं.जवाहर नेहरू उत्कर्ष योजना के तहत प्रवेश परीक्षा में बिठाया,अंक भी अच्छे होने के बावजूद नही हुआ। वही अधिकारियों के द्वारा चयन प्रक्रिया में पारदर्शिता नही बरती गई, नियम विरुद्ध चयन की गई। उन्होंने कहा कि इस योजना के चयन प्रक्रिया में नियमतः पालक के वार्षिक आय ढाई लाख से अधिक नही होनी चाहिए लेकिन ऐसे बच्चों का चयन हुआ है जिनके अधिकांश पालक शासकीय सेवा में है जिनके वार्षिक आय 5 लाख से अधिक है।

उन्होंने बताया कि ईसान कुमार पिता सुनील कुमार जो बालक प्राथमिक शाला कन्हारपुरी में शिक्षक है। मयंक चिराम पिता घनश्याम चिराम शिक्षक आत्मानंद में पदस्थ है, इनके अलावा चयन सूची की निष्पक्ष जांच कराई जाए तो कई शासकीय सेवा में पदस्थ पालक के बच्चों का चयन होने की बात सामने आ सकती है।

Kisan Mazdoor Mahapanchayat रामलीला मैदान नई दिल्ली में भव्यता के साथ संपन्न किसान-मजदूर महापंचायत 

किसी भी योजना को साकार करने का प्रमुख दायित्व अधिकारियों की होती है, यदि कार्य मे पारदर्शी नही बरती गई तो साकार होने के पूर्व ही दम तोड़ देती है। कांकेर जिले पं.जवाहर नेहरू उत्कर्ष योजना भी इसी राह पर चल रही है।

 

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU