शपथ लेने से पहले मां के पैर छुए कहा- आत्मनिर्भरता की दिशा में नौसेना को मजबूत करेंगे
नई दिल्ली । एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने मंगलवार को नेवी के 26वें चीफ के तौर पर पदभार संभाल लिया है। उन्होंने एडमिरल आर हरि कुमार की जगह ली है। पदभार संभालने से पहले उन्होंने अपनी मां रजनी त्रिपाठी के पैर छूकर आशीर्वाद लिया।
एडमिरल दिनेश कुमार त्रिपाठी ने कहा कि विकसित भारत में योगदान के लिए भारतीय नौसेना को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में हम काम करेंगे। कम्युनिकेशन एंड इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर के स्पेशलिस्ट माने जाने वाले एडमिरल दिनेश त्रिपाठी अब तक नेवी के वाइस चीफ की जिम्मेदारी संभाल रहे थे।
एडमिरल त्रिपाठी को दिल्ली में नेवी चीफ का पदभार सौंपा गया। 60 साल के एडमिरल त्रिपाठी त्रिपाठी 39 साल से नौसेना में हैं। उन्होंने कहा- पिछले कुछ वर्षों में हमारी नौसेना एकजुट और विश्वसनीय फोर्स के रूप में डेवलेप हुई है। इसके लिए मैं नौसेना के सभी पूर्व प्रमुखों का धन्यवाद करता हूं। मेरी प्राथमिकता हमारे ह्यूमन रिसोर्सेस को पहले से और भी ज्यादा कुशल बनाना है।
सैनिक स्कूल में पढ़े, विनाश-किर्च और त्रिशूल जहाजों की कमान संभाल चुके
15 मई, 1964 को जन्मे एडमिरल त्रिपाठी को 1 जुलाई, 1985 को भारतीय नौसेना की एग्जीक्यूटिव ब्रांच में नियुक्त किया गया था। सैनिक स्कूल रीवा के पूर्व छात्र एडमिरल त्रिपाठी नौसेना की कमान संभालने से पहले नौसेना स्टाफ के उपप्रमुख के पद पर थे। नौसेना के उप प्रमुख से पहले, उन्होंने पश्चिमी नौसेना कमान के फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ के रूप में भी काम किया।
दिनेश त्रिपाठी ने कोच्चि के सिग्नल स्कूल, वेलिंगटन के डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज और अमेरिका के यूनाइटेड स्टेट्स नेवल वॉर कॉलेज से पढ़ाई की है। नेवी में नियुक्ति की शुरूआत में वे मुंबई में फ्लीट ऑपरेशन ऑफिसर, नेवल ऑपरेशंश के डायरेक्टर, नेटवर्क सेंट्रिक ऑपरेशंस के प्रिंसिपल डायरेक्टर और नेवल प्लान्स के प्रिंसिपल डायरेक्टर जैसे प्रमुख पदों पर रहें।
इसके बाद उन्होंने इस्टर्न नेवी के फ्लैग ऑफिसर और नेवल स्टाफ (पॉलिसी) के असिस्टेंट चीफ की जिम्मेदारी भी निभाई। इसके अलावा वाइस एडमिरल के प्रमोशन के समय उन्होंने केरल के इंडियन नेवल अकेडमी में कमांडेंट की जिम्मेदारी निभाई। इसके बाद वे नेवल ऑपरेशंस के डायरेक्टर जनरल भी बने।