भिलाई। भिलाई के रुंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज (आर 1) में कार्यरत असिस्टेंट प्रोफेसर मनीष शर्मा की अचानक हुई आत्महत्या ने उनके परिवार और समाज को चौंका दिया। इस अत्यंत दुखद घटना का परिणामस्वरूप उनके परिवार और नजदीकी लोगों में गहरा शोक है। मनीष शर्मा अपने जीवन के अंतिम दिनों में प्रेम में नाकामी का सामना कर रहे थे, जिसका परिणाम यह आत्महत्या का कदम था।
मनीष शर्मा का उच्च स्तरीय शिक्षा और समाज में उनकी आदर्शवादी और सकारात्मक व्यक्तित्व से लोग परिचित थे। वे भिलाई के रुंगटा इंजीनियरिंग कॉलेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत थे। उनके पिता पंडित धनेश शर्मा एक एजेंट थे और पंडिताई का काम भी करते थे। मनीष का परिवार उन्हें अत्यंत प्यार और समर्थन प्रदान करता था।
पुलिस की प्रारंभिक जांच में पता चला कि मनीष शर्मा किसी छात्रा से प्रेम में थे, और वह उसे शादी करने की प्रस्ताव दिया था। लेकिन कुछ दिन पहले, मनीष को पता चला कि उस लड़की के साथ किसी और के भी प्रेम संबंध हैं। यह जानकारी उसे अत्यंत आहत की, और वह उस लड़की को समझाने की कोशिश करते हुए अपनी इच्छाशक्ति खो बैठे।
Yogi Adityanath योगी आदित्यनाथ के बिलासपुर आगमन से पूर्व निकाली गयी बुलडोजर रैली
शनिवार को मनीष शर्मा अत्यंत गहरे शोक में थे। उन्होंने रात में किसी भी तरह का खाना नहीं खाया और अपने कमरे में चले गए। रात के समय, उनके कमरे की लाइट जली हुई थी, जोकि परिवार के लोगों को चौंका देने वाली थी। उनके चाचा ने उन्हें कुछ आवाज़ दी, लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। जब उन्होंने मनीष के कमरे में प्रवेश किया, तो उन्हें उसका शव लटका हुआ मिला।
पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भिजवाया है, जिससे इस मामले की अधिक जानकारी प्राप्त की जा सके। इस दुखद घटना ने मनीष शर्मा के परिवार को अत्यंत दुखी किया है और समाज में एक गहरा शोक छोड़ दिया है।