Post office : आज की जनधारा के प्रधान संपादक सुभाष मिश्र की कलम से डाकघर को प्रासंगिक बनाने की ज़रूरत, देखिये Video

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Post office आज की जनधारा के प्रधान संपादक सुभाष मिश्र की कलम से डाकघर को प्रासंगिक बनाने की ज़रूरत

Post office : डाकघर नामक संस्था हमारे यहाँ की सबसे पुरानी संस्थाओं में से एक है । इसे बहुउपयोगी बनाने को लेकर बहुत से प्रयास हुए किन्तु इसके बावजूद डाकघर अब धीरे-धीरे अपनी कार्यशैली मोनोटोनी और टेक्नोलॉजी के बढ़ते प्रभाव के कारण धीरे धीरे आप्रासंगिक होते जा रहे है । ख़तों खिताबत का सिलसिला कम होता जा रहा है । किसी समय डाकघर पर फ़िल्म बनती थी । डाकिया डाक लाया जैसे गाने बनते थे । लिखे जो ख़त तुझे , जो तेरी याद में , चिट्टी आई है वतन से चिट्ठी आई है , मेरा प्रेम पत्र पढ़कर तुम नाराज़ ना होना जैसे ना जाने कितने गाने लिखे गये लेकिन अब व्हाटअप , फ़ेसबुक , SMS जैसे बहुत से माध्यमों से काम चल जाता है । लोग Live में ज़्यादा विश्वास करते हैं ।

Post office :  इलेक्ट्रॉनिक गजैट और टेक्नोलॉजी के ज़रिए आज हम किसी से भी कहीं भी बातचीत कर लेते हैं । email , व्हाटअप , फ़ेसबुक , इंस्ट्राग्राम , ट्रिवटर, टेलीग्राम स्नैपचैट जैसे माध्यमों ने धीरे -धीरे कागद की लेखी को कम कर दिया है । आज से क़रीब 357 साल पहले 1764 को भारत में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी ने बॉम्बे में पहला डाकघर खोला गया ।

1766 में राबर्ट क्लाइव ने नियमित डाकघर विकसित किया 1774 में वारेन हेस्टिंग्स ने डाकघर का आयोजन किया और इसी साल कलकत्ता में GPO की स्थापना हुई । आज हमारे देश में 1,55, 015 पोस्ट आफिस हैं बावजूद इसके हम इनका उतने बेहतर और लाभकारी ढंग से उपयोग नहीं कर पा रहे हैं जैसा की हमें आस्ट्रेलिया में देखने को मिला । यहाँ के डाकघर बहुउद्देशीय काम करते हैं ।

Post office :  डाकघर से हम बच्चों के खिलौने , किताबें , स्टेशनरी , ग्रीटिंग कार्ड , सजावट का सामान आदि ले सकते हैं इसके अलावा ऑन लाईन शपिंग करने वाली कंपनियों से टाईअप करके उनके सामान की डिलेवरी भी की जाती है ।थर्ड पार्टी के लिए बिजली , पानी आदि बिलों का भुगतान , अन्य देशों की करेंसी का कनवर्जन , कार लोन , ट्रेवल एजेंट के रूप में काम भी करते हैं । पूरे आस्ट्रेलिया 4330 पोस्ट आफिस है । वर्ष 2020 में यहाँ के डाकघर की कमाई 54 बिलियन डॉलर की थी । डाकघर के द्वारा डिजिटल आई डी बनाई जाती है । यहाँ से रोज़गार मूलक योजनाओं का संचालन भी होता है । अनसाइंड लैटर जिसे हम आम बोलचाल की भाषा में पम्पलेट कहते हैं , शुल्क लेकर उसका वितरण भी किया जाता है । यहाँ के हर घर के बाहर एक मेल बाक्स लगा है ।

Post office :  हमारे अपने देश में सरकार पोस्ट ऑफिस की योजनाओं के तहत आम लोगों को लाभ पहुंचाती है। कई योजनाओं के तहत सरकार आम लोगों को कम निवेश पर ज्यादा रिटर्न देती है। साथ अब इस लाभ को और बढ़ाने के लिए सरकार ke ने तीन बड़े बदलाव किए हैं।

बजट 2023 के दौरान सरकार ने डाकघर की दो बचत योजनों के तहत कुछ बदलाव किया था। साथ ही एक नई योजना को पेश किया था, जो महिलाओं के लिए है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारामन ने सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम और पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम में खास बदलाव किया है।सीनियर सिटीजन सेविंग स्कीम पर सबसे ज्यादा ब्याज भी देती है और टैक्स छूट भी। 2023 के बजट में, सरकार ने इसकी जमा सीमा भी 15 लाख रुपए से बढ़ाकर 30 लाख रुपए कर दी है। इसके पहले 1 जनवरी 2023 से सरकार ने इसकी ब्याज दर बढ़ाकर 8.0% कर दी थी, जोकि इसके पहले 7.6% थी। इसमें जमा किए पैसों के बदले में अगले 5 साल तक, हर तिमाही में एक निश्चित आमदनी मिलती रहती है। 5 साल पूरे होने के बाद जमा रकम पूरी की पूरी वापस भी मिल जाती है। इसमें जमा किए गए पैसों पर सेक्शन 80C  के तहत टैक्स छूट मिलती है।

Post office :  लड़कियों की शादी व शिक्षा के लिए सबसे अच्छी बचत योजना Sukanya Samriddhi Scheme है।  इस योजना पर सरकार वर्तमान में 7.6% ब्याज दे रही है। इसकी जमा व ब्याज पर टैक्स छूट भी मिलती है। सिर्फ 250 रुपए में, अकाउंट खुल जाता है और हर साल 1.50 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं।

Post office :  किसान विकास पत्र के ज़रिए 10 साल के बाद पैसा दोगुना होकर वापस मिल जाता है। 1 जनवरी 2023 से सरकार ने इसकी ब्याज दर 7.0% से बढ़ाकर 7.2% कर दी है। आवश्यता पड़ने पर 2.50 साल के बाद, कभी भी इसका पैसा बीच में निकाला जा सकता है।

  किसी बड़े काम के लिए पैसा इकट्ठा करने में मदद करती है-PPF अकाउंट स्कीम में हर साल न्यूनतम 500 रुपए से लेकर, अधिकतम 1.50 लाख रुपए तक जमा कर सकते हैं। इसमें आप थोड़ा-थोड़ा पैसा जमा करके 15 साल में 1.63 लाख रुपए से लेकर 40 लाख रुपए तक इकट्ठा कर सकते हैं। बच्चों की शादी, शिक्षा या मकान जैसे बड़ी रकम वाले कामों को पूरा करने के लिए ये स्कीम बहुत मददगार हो सकती है। फिलहाल (जनवरी 2023 में) सरकार इस पर 7.1% की ब्याज दे रही है।

  इसके अलावा पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम। इस स्कीम में आपकी ओर से जमा की गई रकम के बदले में अगले 5 साल तक, आपको हर महीने एक निश्चित रकम मिलती है। ये रकम उस जमा की ब्याज के रूप में होती है। 5 साल बाद आपकी जमा रकम वापस भी मिल जाती है। 2023 के बजट में सरकार ने इसमें पैसे जमा करने की सीमा भी बढ़ाकर 4.50 लाख रुपए से बढ़ाकर 9 लाख रुपए कर दी है। संयुक्त खाता की लिमिट भी 9 लाख रुपए से बढ़ाकर 15 लाख रुपए कर दी है। 1 जनवरी 2023 से सरकार ने इसकी ब्याज दर 6.7% से बढ़ाकर 7.1% कर दी है।

  सरकार की तमाम शुभेच्छाओं और कोशिश , योजनाओं के बावजूद डाकघर अभी कमाने वाले , सर्विस डिलेवर करने वाले उपक्रम नहीं बन पाये है । लोगों का रूझान कम ब्याज वाली योजनाओं से हटकर शेयर बाज़ार की ओर ज़्यादा है । ओल्ड पेंशन स्कीम के प्रति सरकारी लोगों का रुझान यह बताता है की लोग हर महिमा एक मुश्त पेंशन चाहते हैं कोरोना के बाद लोगों का रूझान बचत योजनाओं से ज़्यादा स्वास्थ्य बीमा पर है । हमें डाकघर को प्रासंगिक बनाना है तो आस्ट्रेलिया की तरह पहल करनी होगी ।

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