Opposition विपक्ष की रणनीति में बहुत खामियां
Opposition अगले लोकसभा चुनाव में अभी समय है लेकिन पूरे देश में अभी से चुनाव का माहौल बन गया है। पक्ष और विपक्ष दोनों तरफ से तैयारियां शुरू हो गई है। बिहार में जदयू के भाजपा से तालमेल तोडऩे और राजद-कांग्रेस के साथ सरकार बनाने के साथ ही इसमें तेजी आई है। लेकिन पिछले दो दिन से जदयू के नेता जिस तरह के बयान दे रहे हैं और जिस रणनीति पर काम करते दिख रहे हैं उसमें खामियां हैं।
Opposition अगर यहीं रणनीति रही तो विपक्षी पार्टियां नरेंद्र मोदी को नहीं हरा पाएंगी, उलटे उनकी स्थिति मजबूत कर देंगी। विपक्ष की सबसे बड़ी रणनीतिक खामी यह है कि केंद्र सरकार का विरोध करने या सत्तारूढ़ भाजपा का विरोध करने की बजाय वे मोदी का विरोध कर रहे हैं। सिर्फ मोदी को हराने की बात हो रही है।
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Opposition अगर विपक्ष खुद चुनाव को मोदी के चेहरे पर ले जाएगा तो इसका फायदा उनको मिल जाएगा। दूसरे बिहार में जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह ने कहा कि एक बार सीटें 272 से कम हो गईं तो देखिए क्या होगा। यह भी खबर आई कि नीतीश कुमार ने अपनी पार्टी की बैठक में कहा कि 25 सीटें भी कम हो गईं तो भाजपा बहुमत गंवा देगी।
Opposition इससे यह मैसेज जा रहा है कि विपक्षी पार्टियां देश की राजनीतिक स्थिरता खत्म करने का प्रयास कर रही हैं। उनका मकसद मजबूत सरकार बनाने की बजाय नरेंद्र मोदी को कमजोर करना है। उनकी दुश्मनी नरेंद्र मोदी से है। यह मैसेज मोदी समर्थकों को एकजुट कर देगा। इसलिए विपक्ष को अपना अभियान मुद्दों पर केंद्रित करना चाहिए और निजी हमले से बचना चाहिए।