kharif crops मॉनसून में देरी के कारण पिछड़ गई खरीफ फसलों की बोआई

kharif crops

kharif crops खरीफ फसलों की बोआई घटी, पिछले सप्ताह से सुधरी

kharif crops नईदिल्ली। इस सप्ताह खरीफ फसलों की बोआई में पिछले सप्ताह के मुकाबले सुधार देखा गया। इसकी वजह तिलहन व दलहन फसलों का रकबा सुधरने के साथ इस सप्ताह गन्ने की बोआई शुरू होना है। हालांकि पिछले साल की समान अवधि की तुलना में खरीफ फसलों का रकबा अभी भी कम है।

चालू खरीफ सीजन में मॉनसून में देरी के कारण खरीफ फसलों की बोआई पिछड़ रही है। पिछले सप्ताह तक दलहन फसलों की बोआई में सबसे ज्यादा गिरावट दर्ज की गई थी। लेकिन इस सप्ताह इन फसलों की बोआई में इजाफा हुआ है।
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक देश में 23 जून तक 129.53 लाख हेक्टेयर भूमि में खरीफ फसलों की बोआई हो चुकी है। पिछली समान अवधि में यह आंकडा 135.66 लाख हेक्टेयर था। इस तरह खरीफ फसलों की बोआई पिछले साल की तुलना में 4.45 फीसदी कम हुई है।

पिछले सप्ताह तक बोआई में 49 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी। पिछले सप्ताह से इस सप्ताह तक बोआई में कम गिरावट की वजह गन्ने की बोआई शुरू होना है। इस सप्ताह 50.76 लाख हेक्टेयर गन्ने का रकबा दर्ज किया गया। गन्ने के रकबा को छोड़ दिया जाए तो 23 जून तक बोआई करीब 42 फीसदी घटकर 78.77 लाख हेक्टेयर रही।

इस सप्ताह खरीफ सीजन की प्रमुख फसल धान के रकबे में भी गिरावट दर्ज की गई है। अब तक करीब 10.77 लाख हेक्टेयर में धान की बोआई हो चुकी है, जो पिछली समान अवधि के रकबा 16.46 लाख हेक्टेयर से करीब 34 फीसदी कम है। कपास की बोआई 14.20 फीसदी घटकर 28 लाख हेक्टेयर दर्ज की गई।

पिछले सप्ताह तक दलहन फसलों के रकबे में करीब 57 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी। लेकिन इस सप्ताह इन फसलों की बोआई ने जोर पकड़ा। अब तक 6.54 लाख हेक्टेयर में दलहन फसलें बोई जा चुकी हैं, जो पिछली समान अवधि के दलहन रकबा 6.30 लाख हेक्टेयर से 3.80 फीसदी अधिक है।

हालांकि अरहर और उड़द की बोआई में क्रमश: 65 और 14 फीसदी की कमी आई है। लेकिन मूंग का रकबा करीब 41 फीसदी और अन्य दलहन का रकबा 62 फीसदी बढऩे से कुल दलहन की बोआई में बढ़ोतरी हुई है।
तिलहन फसलों के कुल रकबे में 3.30 फीसदी की गिरावट आई है। जबकि पिछले सप्ताह तक तिलहन फसलों की बोआई 14 फीसदी घटी थी। इस सप्ताह 9.21 लाख हेक्टेयर में तिलहन फसलें बोई जा चुकी हैं, पिछली समान अवधि में यह आंकड़ा 9.52 लाख हेक्टेयर था।

तिलहन फसलों का कुल रकबा भले ही घटा हो, लेकिन मूंगफली की बोआई 13.30 फीसदी बढक़र 7.68 लाख हेक्टेयर हो गई। अरंडी की बोआई में भी इजाफा हुआ है। खरीफ सीजन की प्रमुख तिलहन फसल सोयाबीन की बोआई 36 फीसदी घटकर 0.99 लाख हेक्टेयर दर्ज की गई। सूरजमुखी की बोआई 65 फीसदी और तिल की बोआई 43 फीसदी घटी।
चालू खरीफ सीजन में अब तक 18.95 लाख हेक्टेयर में अनाज की बोआई हो चुकी है, जो पिछले समान अवधि में 13.38 लाख हेक्टेयर में हुई बोआई से करीब 38 फीसदी अधिक है। अनाज की बोआई में वृद्धि की प्रमुख वजह बाजरा की बोआई कई गुना बढऩा है।

Kolkata Crime Update: पत्नी के शव को सेप्टिक टैंक में छुपाने वाला पति आखिर कैसे पकड़ा गया, आइये जानते है पूरी खबर

अब तक 9.81 लाख हेक्टेयर में बाजरा बोया जा चुका है, जबकि पिछली समान अवधि में यह आंकडा महज 2.26 लाख हेक्टेयर था। ज्वार की बोआई में 42.60 फीसदी, मक्के की बोआई में 22.40 फीसदी और छोटे मिलेटस की बोआई में 12.50 फीसदी गिरावट दर्ज की गई।

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU