Kasdol News कलेक्टर के निर्देश पर 17 पटवारियों का किया गया स्थानांतरण

Kasdol News

भुवनेश्वर प्रसाद साहू

Kasdol News कलेक्टर के निर्देश पर 17 पटवारियों का किया गया स्थानांतरण

Kasdol News कसडोल। कलेक्टर रजत बंसल के निर्देश पर आज एसडीएम कसडोल ने 17 पटवारियों का स्थानांतरण आदेश जारी किया है ! उक्त स्थानांतरण राजस्व विभाग में प्रशासनिक कसावट के लिए किया गया है!

Kasdol News जारी स्थानांतरण आदेशानुसार स्थानांतरित पटवारियों में वेदव्यास साहू को कोट से कसडोल , राकेश ताम्रकार अमोदी से पिसीद , राम कुमार रात्रे मटिया से कुम्हारी , नेहा धाकड़े खर्री से झबडी़ , होलीका प्रसाद कैवर्त्य को खपराडीह से टुण्डरा , नोहर लाल साहू देवरी कला से खर्री ,
संजीव कुमार साहू घटमड़वा से खपराडीह कर दिया गया है !

Kasdol News इसके साथ ही कृष्ण कुमार मिरी बरपाली से मटिया अतिरिक्त प्रभार अमोदी , ऋषिकेश मिश्रा कसडोल से मोहतरा अतिरिक्त प्रभार कोट , दिग्विजय सिंह पैकरा बार से अमरुवा अतिरिक्त प्रभार चरौदा , राजीव रंजन पालेश्वर बरपानी अतिरिक्त प्रभार बार ,

Kasdol News पुष्पेंद्र पटेल बलौदा अतिरिक्त प्रभार बरपाली , योगेश ध्रुव खैरा से घटमड़वा अतिरिक्त प्रभार अमलीडीह , चंद्रप्रकाश पैकरा मुड़पार से राजादेवरी अतिरिक्त प्रभार अर्जुनी , करमसिंह बरिहा अमरूवा से रंगोरा अतिरिक्त प्रभार रवान , मनोज कुमार ध्रुव सिनोधा अतिरिक्त प्रभार देवरीकला , देवेश देवांगन सर्वा एवं मरकडा़ का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है !

Kasdol News पटवारियों के इस स्थानांतरण आदेश को देखकर कसडोल नगर के किसानों का कहना है कि कहने को तो , प्रशासनिक कसावट लाने के लिए स्थानांतरण किया गया है ! पर इस स्थानांतरण सूची को देखकर ऐसा नहीं लगता है ! कसडोल नगर के किसानों कहना है ऋषिकेश मिश्रा का स्थानांतरण कसडोल के आसपास ही क्यों किया जाता है ?

जबकि इन पर अनेक आरोप किसान समय-समय पर लगाते रहे हैं? ऋषिकेश मिश्रा पर किसानों को परेशान करने , समय पर कार्य नहीं करने , जमीन के नक्शों में हेरा फेरी , जमीन की अफरा-तफरी ( एक किसान की जमीन को दूसरे किसान के नाम पर चढ़ा देना और सुधारने के नाम पर रुपए मांगना ) और नामांतरण के नाम पर रुपए मांगने का आरोप है !!!

देखा ये भी गया है कि ऋषिकेश मिश्रा का जब भी कसडोल से स्थानांतरण किया गया है , किसी पास के गांव में ही किया जाता है ! और कुछ महीनों बाद ही ऋषिकेश मिश्रा का स्थानांतरण पुन: कसडोल कर दिया जाता है , वजह समझ से परे है ?

या इस पटवारी का इतना रसूख है कि उच्च अधिकारी भी इसका स्थानांतरण कसडोल से दूर करने में असमर्थ हैं ???

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

MENU