Fraud : सरोना रेंजर ने किया लाखो रुपये का फर्जीवाड़ा, जांच व एफ आई आर दर्ज करने की मांग
Fraud : भानुप्रतापपुर। कांकेर वनमंडल के सरोना वन परिक्षेत्र में लाखो रुपये की फर्जीवाड़ा किये जाने का मामला सामने आया है। रेंजर धनलाल साहू कैम्पा मद नरवा विकास योजना के तहत मृदा जल संरक्षण आमापाली नाला आरएफ 95 में वॉटर हार्वेस्टिंग स्ट्रेक्चर साइज 40 *40 निर्माण कार्य मे 29 फरवरी 2022 का फर्जी वाउचर बनाकर राशि आहरण किया गया। मामले की जांच , व सम्बंधित के खिलाफ उचित कार्यवाही के लिए मुख्य वन संरक्षक वन वृत कांकेर से की है।
Fraud : शिकायतकर्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि सूचना के अधिकार के तहत निकाले गए दस्तावेज में कई तथ्य उजागर हुए है। वर्ष 2022 में फरवरी माह 28 का है लेकिन रेंजर साहब धनलाल साहू ने 29 फरवरी को कार्य करना बताते हुए फर्जी व्हाउचर बनाकर राशि आहरण किया गया।
Fraud : शिकायकर्ता ने बताया कि धनलाल साहू, वनक्षेत्रपाल तत्का. वन परिक्षेत्र अधिकारी सरोना, वनमण्डल कांकेर के द्वारा माह जनवरी 2023 के व्हाउचर कमांक-54 दिनांक 25/01/2023 में मृदा जल संरक्षण (वन क्षेत्र) के अंतर्गत धारा पुनर्जीवन हेतु मृदा नमी संरक्षण कार्य का कार्य ए.पी.ओ. वर्ष 2021-22 में कराया गया है।
जिसमें नरोत्तम पिता रामदयाल जाति गोंड निवासी लेण्डारा एवं अन्य 24 श्रमिकों द्वारा दिनांक 26/02/2022 से 29/02/2022 तक कैम्पामद नरवा विकास योजना के तहत् मृदा जल संरक्षण कार्य आमापानी नाला के आर.एफ.95 में वॉटर हार्वेस्टिंग स्ट्रक्चर साईज 40×40 मी.निर्माण कार्य श्रमिकों के द्वारा कराया जाना बताया जा रहा है। जबकि वर्ष 2022 के माह फरवरी में 28 दिनों का माह है।
Fraud : लेकिन धनलाल साहू, वनक्षेत्रपाल तत्का. वन परिक्षेत्र अधिकारी सरोना, वनमण्डल कांकेर के द्वारा फर्जी व्हाउचर बनाकर नगद राशि आहरण की गई। इस कृत्य में इनके अधिनस्थ कार्यरत् कर्मचारी- परिसर रक्षक लेण्डारा, तिहारीन कवाच, वनरक्षक एवं स.प.ठेमा, घनश्याम पटेल, उपवनक्षेत्रपाल यह पुष्टि कर रहे हैं कि उक्त कार्य दिनांक 26 से 29 फरवरी 2022 को इनके द्वारा सम्पादित कराया गया है।
किसी भी कार्य के पूर्व उसका निरीक्षण/सत्यापन उप वनमण्डलाधिकारी द्वारा कार्य का अवलोकन करके सत्यापन किया जाता है। दिनांक 26 से 29 फरवरी 2022 को कार्य किए जाने की पुष्टि उप वनमण्डलाधिकारी कांकेर आर.एस.मरकाम द्वारा किया गया है। जिसका भुगतान दर्शाते हुए डी.एफ.ओ. द्वारा शासकीय राशि को संयुक्त रूप से गबन किया गया है।
Fraud : भुगतान के माह जनवरी 2023 के व्हाउचर कमांक-03 दिनांक 24/01/2023 में मृदा जल संरक्षण (वन क्षेत्र) के अंतर्गत धारा पुनर्जीवन हेतु मृदा नमी संरक्षण कार्य का कार्य ए.पी.ओ. वर्ष 2021-22 में कराया गया है। इसमें रामचंद पिता भांवर जाति गोंड निवासी मावलीपारा एवं अन्य 27 श्रमिकों द्वारा दिनांक 03.10.2022 से 04.10.2022 से 08.10.2022 तक ए.पी.ओ. कैम्पा मद अंतर्गत नरवा विकास कार्य के तहत् मृदा जल संरक्षण के लिए ओदन नाला में गेबियन साईज 10 मी. निर्माण कार्य कराया जाना बताया गया है। ]
]जिसपर उप वनमण्डलाधिकारी कांकेर के हस्ताक्षर बिना ही प्रमाणकभुगतान के लिए पास कर दिया गया है। इससे स्पष्ट होता है कि श्री धनलाल साहू, वनक्षेत्रपाल एवं अधिनस्थ कार्यरत् कर्मचारी शिवरामहिरामी, वनरक्षक, परिसर रक्षक मावलीपारा एवं बालकुंवर कोर्राम, वनपाल, स.प.दुधावा के द्वारा बिना कार्य कराए ही फर्जी व्हाउचर तैयार किए गए हैं। जिस पर उप वनमण्डलाधिकारी कांकेर के हस्ताक्षर बिना ही प्रमाणक भुगतान के लिए पास कर दिया गया है।
इससे स्पष्ट होता है कि धनलाल साहू, वनक्षेत्रपाल एवं अधिनस्थ कार्यरत् कर्मचारी शिवराम हिरामी, वनरक्षक, परिसर रक्षक मावलीपारा एवं बालकुंवर कोर्राम, वनपाल, स.प.दुधावा के द्वारा बिना कार्य कराए ही फर्जी व्हाउचर तैयार किए गए हैं।
माह जनवरी 2023 के व्हाउचर कमांक-81 दिनांक 27/01/2023 में मृदा जलसंरक्षण (वन क्षेत्र) के अंतर्गत धारा पुनर्जीवन हेतु मृदा नमी संरक्षण कार्य का कार्य ए.पी.ओ. वर्ष 2021-22 में कराया गया है। इसमें कुहल पिता भुवन जाति हल्बा निवासी मावलीपारा एवं अन्य 27 श्रमिकों द्वारा दिनांक 12.11.2022 से 14.12.2022 तक ए.पी.ओ. वर्ष 2021-22 में कैम्पा मद अंतर्गत नरवा विकास कार्य के तहत् मृदा जल संरक्षण के लिए ओदन नालामें गेबियन साईज 13 मी. निर्माण कार्य कराया जाना बताया गया है।
इसी प्रकार प्रमाणक क्रमांक-82 दिनांक 27/01/2023 में श्रमिक कुहल पिता भुवन जाति हल्बा निवासी मावलीपारा एवं अन्य 32 श्रमिकों के द्वारा दिनांक 15/11/2022 से 17/11/2022 तक ए.पी.ओ.वर्ष 2021-22 में कैम्पा मद अंतर्गत नरवा विकास कार्य के तहत् मृदा जल संरक्षण के लिए ओदन नाला में गेबियन साईज 13 मी. निर्माण कार्य कराया जाना बताया गया है।
जबकि एक ही व्यक्ति के नाम से एक ही समयावधि में दो कार्य व दो व्हाउचर क्रमांक-81 व 82 तैयार कर फर्जी व्हाउचर
बनाकर राशि आहरण की गई। किसी भी कार्य के भुगतान के पूर्व उसका निरीक्षण/सत्यापन उप वनमण्डलाधिकारी द्वारा कार्य कार्य का अवलोकन करके सत्यापन किया जाता है। व्हाउचर क्रमांक-81 दिनांक 27/01/2023 एवं व्हाउचर कमांक-82 दिनांक 27/01/2023 को कार्य किए जाने की पुष्टि उप वनमण्डलाधिकारी कांकेर आर.एस.मरकाम द्वारा किया गया है।
धनलाल साहू, वनक्षेत्रपाल के निर्देशन में शिवराम के हिरामी, वनरक्षक, परिसर रक्षक मावलीपारा एवं बालकुंवर कोर्राम, वनपाल, स.प.दुधावा के द्वारा बिना कार्य कराए ही फर्जी व्हाउचर तैयार किए गए हैं।
ताक में रखकर धनलाल साहू, वनक्षेत्रपाल एवं उनके अधिनस्थ कार्यरत् कर्मचारियों द्वारा जुलाई माह पश्चात् भी लेंटाना उन्मूलन संबंधित
कांकेर वनमण्डल में पैसे छापने की स्कीम चल रही है, जिसके तहत् कांकेर वनमण्डलाधिकारी के छत्रछाया में नियमों को
प्रधान मुख्य वन संरक्षक के द्वारा स्थायी निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन कर मनमाने ढंग से कार्य अगस्त से दिसम्बर माह तक कराए गए हैं।
इसमें पैसे छपाई की स्कीम यह है कि लेंटाना उन्मूलन का कार्य जुलाई माह के पश्चात कराने पर लेंटाना के पौधों में पुष्पन (फूल) लग जाते हैं, तथा बीज आने लगता है, अगस्त से दिसम्बर माह में लेंटाना उन्मूलन के कार्य कराने पर लेंटाना पौधे के बीज झड़ते हैं, जिससे कि और अधिक मात्रा में आगामी मौसम में लेंटाना पौधे उगते हैं। इस प्रकार यह षड्यंत्र उच्चाधिकारीयों से लेकर निम्न कर्मचारियों द्वारा जानबूझकर रचा गढ़ा जाता है, ताकि प्रतिवर्ष शासन से लेंटाना उन्मूलन के नाम पर बजट मंगाया जाकर जमकर कमाई किया जा सके। इसका एक उदाहरण सूचना के अधिकार के तहत् प्राप्त जानकारी कांकेर वनमण्डल से ही संबंधित है जिसमें वर्ष 2020-21 में कैम्पा योजना के तहत् 3114.932 हे. क्षेत्र में लेंटाना उन्मूलन का कार्य हेतु राशि 224.96 लाख का बजट आबंटन हुआ।
जिसमें से कांकेर वनमण्डलाधिकारी ने 03 परिक्षेत्रों के 32 स्थानों के 3114.932 हे. क्षेत्र में लेंटाना उन्मूलन का निष्फल सिद्ध कार्य करके 153.61लाख रूपए का व्यय किया गया है। जिसकी पुष्टि महालेखाकार के ऑडिट कंडिका से हुई है। जिसमें महालेखाकार द्वारा कांकेर वनमण्डल के उक्त व्यय राशि 153.61 लाख रूपए के व्यय को स्पष्ट रूप से अनुपयुक्त/निष्फल माना है। क्योंकि वनमण्डलाधिकारी कांकेर एवं उनके अधिनस्थ पदस्थ वनक्षेत्रपाल एवं क्षेत्रीय कर्मचारियों द्वारा जुलाई माह में कार्य कराने के बजाए जानबूझकर लेंटाना उन्मूलन के कार्य को लम्बा खींचा ताकि लेंटाना में पुष्पन होके बीज तैयार हो जाए।
जबकि कांकेर वनमण्डल के कार्य आयोजना (भारत सरकार द्वारा अनुमोदित) में कांकेर वनमण्डल की वनभूमि, जलवायु
एवं पारिस्थितिकी, भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखकर पूर्ण निरीक्षण करने उपरांत तैयार किया गया है। इसके विपरित जाकर नियमों को
तोड़कर डी.एफ.ओ.आलोक वाजपेयी (भा.व.से.) द्वारा अपने संरक्षण में परिक्षेत्र अधिकारियों से सांठ-गांठ कर मनमानी पूर्वक कार्य कराया
गया है।ठीक इसी तर्ज पर वर्ष 2021-22 के ए.पी.ओ. में भी यही स्कीम देखने को मिल रही है, लेकिन किसी भी स्तर पर
अधिकारी इस मामले में कार्यवाही करने के लिए रूचि नहीं दिखा रहे हैं।
इसे विभाग की कार्यवाही एवं गतिविधि संदेहास्पद प्रतीत होती है।लेंटाना उन्मूलन संबंधित प्रमाणकों एवं ऑडिट कंडिका में लेंटाना कार्य संबंधित आपत्ति की छायाप्रति संलग्न किया जा रहा है। अतः उपरोक्त अधिकारी/कर्मचारी का उक्त कृत्य यह दर्शाता है कि धनलाल साहू, वनक्षेत्रपाल जैसे भ्रष्ट अधिकारियोंद्वारा मनमाफिक रूप से टेबल पर प्रमाणक तैयार कराए जाकर शासन के पैसों का उपयोग स्वयं की झोली भरने में किया जाता है। जिसमें उपर से निचे तक सभी अधिकारी/कर्मचारीयों की मिलिभगत स्पष्ट हो जाती है। आपसे अनुरोध है कि ऐसे अधिकारी/कर्मचारियों पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करें।
डीएफओ ने वर्जन देने से किया मना
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इस सम्बंध में डीएफओ आलोक बाजपेयी वन मंडल कांकेर से जानकारी लेने पर कहा कि कोई भी जानकारी मैं फोन से नही दूंगा। आपको जानकारी लेना है तो आप कांकेर आकर मिलिए। मैं दो तीन बार वर्जन के लिए भी वनमंडल कार्यालय गया लेकिन वहा भी मुलाकात नही हो पाई फोन पर बात करने पर फील्ड पर होने की बात कहते हुए फोन काट देते है।